कोरोना महामारी के चलते दुनिया भर में हाथ मिलाने का प्रचलन अब खत्म होने के कगार पर दिख रहा है. अधिकतर लोग एक-दूसरे के साथ हाथ मिलाने की जगह नमस्ते से अभिवादन कर रहे हैं. ऐसा कुछ ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के रूस के दौरे पर दिखा. सिंह शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की एक महत्वपूर्ण बैठक में भाग लेने के लिए तीन दिवसीय यात्रा पर बुधवार को मॉस्को पहुंचे थे।


एयरपोर्ट पर रूसी अधिकारियों ने राजनाथ सिंह का स्वागत किया. इस दौरान एक अधिकारी ने राजनाथ सिंह से हाथ मिलाने के आगे बढ़ाया तो रक्षा मंत्री ने दूर से ही हाथ जोड़कर नमस्ते किया. सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल हो रहा है.





इससे पहले राजनाथ सिंह ने गुरुवार को रूसी समकक्ष जनरल सर्गेई शोइगू से साथ बैठक की. सिंह ने बैठक के बाद कहा कि ‘‘बैठक शानदार’’ रही है और इसमें व्यापक मुद्दों पर चर्चा हुई, विशेष तौर पर इस पर कि रक्षा एवं रणनीतिक सहयोग को कैसे और गहरा करना है.


सिंह ने पहले हुए समझौतों के तहत रूस द्वारा भारत को कई हथियार प्रणालियों, गोला बारूद और कल पुर्जों की आपूर्ति में तेजी लाने के लिए दबाव डाला. इससे पहले दिन में भारत और रूस ने अत्याधुनिक एके-203 राइफल भारत में बनाने के लिये एक बड़े समझौते को अंतिम रूप दिया. एके-203 राइफल, एके-47 राइफल का नवीनतम और सर्वाधिक उन्नत प्रारूप है. यह ‘इंडियन स्मॉल ऑर्म्स सिस्टम’ (इनसास) 5.56 गुणा 45 मिमी राइफल की जगह लेगा.


अधिकारियों ने बताया कि सिंह उम्मीद है कि रक्षा अनुबंधों के तहत भारतीय सशस्त्र बलों को विभिन्न हथियारों और कलपूर्जों की जल्द आपूर्ति के लिए दबाव डालेंगे. भारत को एस-400 सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली की पहले खेप की आपूर्ति 2021 के अंत तक निर्धारित है.