Rajnath Singh In Pithoragarh: उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के झुलाखेत गांव में शहीद सम्मान यात्रा में भाग लेने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह वहां पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कहा कि अभी दो दिन पहले मैं लद्दाख के सीमावर्ती इलाके में स्थित रिजांग ला में था. वहां 1962 में भारत-चीन के दौरान 13 कुमाऊं बटालियन के सैनिकों ने जो वीरता और पराक्रम का इतिहास लिखा है, उसके दर्शन करने का मुझे सौभाग्य मिला. रक्षा मंत्री ने कहा कि जब मैं रेज़ांग ला गया तो वहां मेरी भेंट रिटायर्ड ब्रिगेडियर आरवी जटार जी से हुई जो रिजांग ला की लड़ाई में कम्पनी कमांडर के तौर पर तैनात थे. इस उम्र में भी उनकी आंखों में जो देश प्रेम का जज़्बा था उसे देख कर स्वाभाविक रूप से मेरा हाथ उनके चरणों पर चला गया.
वहां मौजूद लोगों के बीच राजनाथ सिंह ने कहा कि दशकों से OROP की मांग देश के पूर्व सैनिकों की ओर से की जा रही थी. उन्होंने बताया कि जैसे ही मोदीजी देश के प्रधानमंत्री बने हमारी सरकार ने OROP की मांग को पूरा किया. उन्होंने कह कि हमारी सरकार व्यवस्था दी और अब Pre2006 में रिटायर्ड हवलदार जिनको आनरेरी नायक सूबेदार का रैंक मिला उन्हें भी इस पेंशन का लाभ मिल रहा है. ऐसे करीब 75250 आनरेरी नायब सूबेदारों को इसका लाभ मिल रहा है.
सैनिकों के कल्याण के लिए मोदी सरकार तैयार
उन्होंने कहा कि सैनिकों के सम्मान और कल्याण के लिए हमारी सरकार पूरी तरह तैयार है. उन्होंने कहा कि शार्ट सर्विस कमीशन के माध्यम से सेना में आए अधिकारियों की शिकायत थी कि सेवा से मुक्त होने के बाद उन्हें रैंक लगाने की इजाजत नही थी. हमने उनकी वह शिकायत दूर कर दी है.
राजनाथ सिंह ने कहा कि पहले बैटल कैज्युलटी के मामलों में केवल 2 लाख रूपए की एक्स ग्राशिया राशि ही दी जाती थी लेकिन हमारी सरकार ने उसे चार गुना बढ़ा कर 8 लाख कर दिया है. पूर्व सैनिकों की पेंशन से जुड़े मामलें अटके, भटके और लटके नहीं इसके लिए एक समर्पित पेंशन शिकायत प्रकोष्ठ बनाया है. इसके तहत 97 फीसदी मामलों का सफलतापूर्वक निस्तारण हो रहा है.
राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पूरे देश में आजादी का अमृत महोत्सव बड़ी धूमधाम से मना रहा है. इस दौरान हम उन महापुरुषों को, उन वीरों-वीरांगनाओं को भी याद कर रहें हैं जिन्होंने आजादी के लिए काम किया या बलिदान दिया था.