नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत और चीन के बीच विवाद सुलझाने के लिए सैन्य और कूटनीतिक स्तर पर बातचीत जारी है. चीन भी इस मुद्दे का हल चाहता है. किसी को भी अंधेरे में नहीं रखा जायेगा. समय आने पर देश की संसद और विपक्ष को इस बारे में विश्वास में लिया जाएगा. इसके साथ ही रक्षा मंत्री ने साफ किया कि देश की संप्रभुता से किसी प्रकार का कोई समझौता नहीं किया जाएगा.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत पूरी तरह सुरक्षित है. उन्होंने बताया कि जुलाई में राफेल विमान की पहली खेप भारत आ जायेगी. साथ ही उन्होंने यह भी साफ किया कि भारत ये विमान अपनी सुरक्षा के लिये खरीद रहा है किसी को डराने के लिये नहीं.
रक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि हम आयात का सिलसिला खत्म कर, निर्यात का सिलसिला शुरू करना चाहते है. देश मे पहली बार चीफ आफ डिफेंस स्टॉफ(सीडीएस) की व्यवस्था किये जाने पर उन्होंने कहा कि इससे देश की तीनों सेनाओं के बीच बेहतर समन्वय हो पाएगा.
अंतरराष्ट्रीय जगत में पीएम मोदी ने बढ़ाई देश की प्रतिष्ठा
रक्षा मंत्री ने कहा, 'अंतरराष्ट्रीय मंचों पर जब जम्मू और कश्मीर और धारा 370 का सवाल खड़ा होता था तो ज्यादातर देश पाकिस्तान के साथ खड़े होते थे. अंतरराष्ट्रीय जगत में प्रधानमंत्री जी ने देश की प्रतिष्ठा इतनी बढ़ाई है कि हमें दूसरे देशों के साथ अब मुस्लिम देशों का भी समर्थन प्राप्त हो रहा है.
अब कश्मीर की धरती पर सिर्फ भारत का झंड़ा दिखता है-रक्षा मंत्री
उन्होंने कहा, 'कश्मीर में पहले कश्मीर की आजादी को मुद्दा बनाकर आंदोलन होते थे. उन आंदोलनों में कश्मीर के झंडे की जगह पाकिस्तान और ISIS का झंडा हमें दिखता था. लेकिन अब कश्मीर की धरती पर अगर दिखता है कोई तो वो है विजयी विश्व तिरंगा प्यारा, झंडा ऊंचा रहे हमारा.'
भारत और चीन के बीच मिलिट्री लेवल पर बातचीत चल रही है
जो विवाद भारत और चीन के बीच पैदा हुआ है. उस पर मिलिट्री लेवल पर बातचीत चल रही है. चीन ने भी ये इच्छा जाहिर की है कि बातचीत के द्वारा इस मसले का हल निकाला जाना चाहिए. हमारी भी यही कोशिश है.
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