नई दिल्ली: फ्रांस दौरे से वापस लौटते ही रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने बिना नाम लिए पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए दो टूक शब्दों में कहा कि न डरेंगे, न डराएंगे लेकिन अपनी मारक क्षमता को बढ़ाते रहेंगे. उन्होंने साफ कहा कि राफेल से वायुसेना की मारक क्षमता और ताकत बढ़ेगी लेकिन ये किसी को डराने धमकाने के लिए नहीं है. साथ ही उन्होंने शस्त्र पूजा को लेकर उठाए जा रहे सवालों पर भी दो टूक जवाब देते हुए कहा कि उन्हें जो उचित लगा उन्होंने किया. आगे भी जो उचित लगेगा वही करेंगे.
राजनाथ सिंह गुरुवार की देर रात फ्रांस से वापस भारत लौटे. एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि फ्रांस का दौरा कामयाब रहा. इस दौरान फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों से करीब 35 मिनट की अच्छी बातचीत भी हुई. राफेल की हैंडिंग सेरिमनी भी सक्सेसफुल रही. उन्होंने कहा कि राफेल मिलने से हमारे एयर फोर्स की मारक क्षमता बढ़ी है लेकिन यदि हम अपनी सेना की क्षमता बढ़ाने चाहते हैं. किसी को डराने अथवा धमकाने का उद्देश्य नहीं है. उन्होंने कहा कि अपनी क्षमता बढ़ाते रहेंगे, चाहे कोई कुछ भी समझे.
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वहीं राफेल रिसीव करने के बाद शस्त्र पूजा को लेकर उठ रहे सवालों पर उन्होंने कहा कि जिसको जो चाहे कहना हो कहे, जो मुझे उचित लगा मैंने वह किया. भविष्य में भी जो उचित लगेगा वो करूंगा. उन्होंने कहा, ‘’हमारी आस्था है कि कोई न कोई एक सुपरपावर है, जिसे मैं मानता आया हूं. वही मुझसे सब कराता है.’’
रक्षामंत्री ने कहा कि कांग्रेस में भी इस मुद्दे पर डिविजन रहा होगा. आम सहमति नहीं होगी. फ्रांस में किसी भी धर्म का कोई रहा होता, वह भी अपने धार्मिक तरीके से उसकी पूजा करता. चाहे वह मुस्लिम होता, चाहे इसाई होता, या कोई भी होता.
राजनाथ सिंह ने कहा कि अगले साल अप्रैल तक सात राफेल भारत में आ जाएंगे. इसका श्रेय उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया. उन्होंने कहा कि पीएम की निर्णय लेने की क्षमता के परिणाम स्वरूप राफेल भारत को मिल रहा है. कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जिस तरह हमारे प्रधानमंत्री के बारे में अपशब्दों का इस्तेमाल किया गया है, देश की जनता ने उसका माकूल जवाब दे दिया है.
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