नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन बिल लोकसभा में पास होने के बाद पुर्वोत्तर के राज्यों में हिसा की स्थिति बन गई है. वहीं राज्यसभा में विपक्ष इस बिल पर जमकर हंगामा कर रही है. अब हंगामे के बीच केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने पुर्वोत्तर के लोगों को आश्वासन दिया है कि यह बिल किसी एक धर्म के लिए नहीं है. उन्होंने कहा, ''पूर्वोत्तर के राज्यों से एक दो जगहों से हिंसा की खबरें आईं है. फिलहाल स्थिति काबू में है. जरूरत पड़ी तो पूर्वोत्तर के सीएम भी बात होगी. यह बिल किसी एक राज्य, क्षेत्र या धर्म के लिए नहीं है.''


बता दें कि लोकसभा में सिटीजन चार्टर बिल 2016 मंगलवार को पास हो गया था. जिसे आज राज्यसभा में पेश किया जाना था लेकिन इस बिल का विरोध कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, माकपा समेत कुछ अन्य पार्टियां लगातार कर रही हैं. उनका दावा है कि धर्म के आधार पर नागरिकता नहीं दी जा सकती है क्योंकि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है.


भारत माता की जय बोलने वालों के लिए नागरिकता का रास्ता साफ-पीएम मोदी


वहीं नागरिकता संशोधन बिल पर नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के सोलापुर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जो भारत माता की जय बोलते हैं उनके लिए देश में नागरिकता का रास्ता साफ है. उन्होंने कहा,''पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए मां भारती के बेटे-बेटियों, भारत माता की जय बोलने वालों को भारत की नागरिकता मिलने का रास्ता साफ हो गया है.'' पीएम मोदी ने कहा,'' झूठ फैलाने वालों को कल दिल्ली में जवाब मिला. लोकसभा ने अपना काम किया, आज राज्यसभा से पास होगा.''


पूर्वोत्तर राज्यों  में प्रदर्शन
असम और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में इस विधेयक के खिलाफ लोगों का बड़ा तबका प्रदर्शन कर रहा है. उनका कहना है कि यह 1985 के असम समझौते को अमान्य करेगा जिसके तहत 1971 के बाद राज्य में प्रवेश करने वाले किसी भी विदेशी नागरिक को निर्वासित करने की बात कही गई थी, भले ही उसका धर्म कोई भी.