Galwan Martyr: गलवान घाटी की घटना में जान गंवाने वाले सैनिक के पिता के साथ कथित मारपीट का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. शहीद के भाई का कहना है कि उनके पिता राज कपूर सिंह पर एससी/एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. इतनी ही नहीं, पुलिस पर मारपीट का भी आरोप लगाया गया है. वहीं, इस पूरे मामले में अब केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की एंट्री हो गई है.
राजनाथ सिंह ने बुधवार (1 मार्च) को इस मामले पर संज्ञान लिया और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात की. सूत्रों के मुताबिक, राजनाथ सिंह ने मारपीट और शहीद के पिता की गिरफ्तारी पर नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने नीतीश कुमार से मामले में कार्रवाई करने के लिए कहा है.
बिहार पुलिस महानिदेशक ने लिया संज्ञान
इस मामले में बिहार के पुलिस महानिदेशक ने तेजी से कार्रवाई का आश्वासान दिया है. बिहार पुलिस ने एक बयान जारी कर कहा, "गलवान घाटी की घटना में जान गंवाने वाले सैनिक के पिता की गिरफ्तारी मामले को बिहार के पुलिस महानिदेशक द्वारा गंभीरता से लेते हुए एक टीम गठित कर जांच के निर्देश दिए गए हैं. इस मामले में अगर कोई पुलिस पदाधिकारी या फिर कर्मी दोषी पाया जाएगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी."
बीजेपी ने नीतीश सरकार को घेरा
इस बीच बीजेपी की प्रदेश इकाई के प्रवक्ता निखिल आनंद ने एक बयान जारी कर आरोप लगाया कि इस घटना से पता चलता है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार सशस्त्र बलों का अनादर कर रही है. उन्होंने कहा कि हाल में एक मंत्री ने सशस्त्र बलों के बारे में अपमानजनक टिप्पणी की थी. आनंद ने कहा, "हम मांग करते हैं कि महागठबंधन सरकार हमारे बहादुर सैनिकों के बलिदान का सम्मान करे और राज्य के उन सभी सैनिकों के स्मारक का निर्माण करे जो गलवान संघर्ष में शहीद हुए थे."
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि शहीद जय किशोर सिंह के पिता राज कपूर सिंह चकफतेह गांव (वैशाली) में अपने बेटे का स्मारक बनवाना चाहते हैं. इसको लेकर शुरू में खूब विवाद हुआ, लेकिन बाद में पंचायत में सरकारी जमीन पर स्मारक को बनाने का काम शुरू कर दिया गया. अब निर्माण लगभग पूरा हो चुका है, लेकिन विवाद दोबारा से शुरू हो गया. राज कपूर सिंह जिस जमीन पर स्मारक बना रहे हैं, उसकी सीमा हरिनाथ की जमीन से लगती है. हरिनाथ ने ही राज कपूर सिंह के खिलाफ पुलिस में शिकायत दी थी. जिसके बाद राज कपूर सिंह को गिरफ्तार किया गया.
राज कपूर के परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि उन्हें कई बार पीटा गया, गालियां दी गईं और पुलिस अधिकारी जबरन पुलिस वैन में ले गए. इतना ही नहीं, परिजनों ने थाने में मारपीट करने का भी आरोप लगाया है. परिवार ने आरोप लगाया है कि सिंह के खिलाफ झूठा मामला लगाया गया और एससी/एसटी एक्ट का दुरुपयोग किया जा रहा है.