नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तीन दिवसीय दौरे पर रूस गए हैं. इस दौरान खबर आई कि वह रूस में चीन के रक्षा मंत्री से मुलाकात करेंगे. हालांकि भारतीय रक्षा मंत्रालय ने अब इस खबर को खारिज कर दिया है. रक्षा मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि ऐसी कोई मुलाकात नहीं होगी.
बता दें कि चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने मंगलवार को दावा किया कि उसके रक्षा मंत्री वेई फ़ेंगहे रूस में बुधवार को अपने भारतीय समकक्ष राजनाथ सिंह से मिल सकते हैं.
ग्लोबल टाइम्स ने सूत्रों के हवाले से लिखा था कि चीनी रक्षा मंत्री वेई फ़ेंगहे बुधवार को मास्को में रूस की विजय दिवस परेड में भाग लेंगे और संभवत: अपने भारतीय समकक्ष राजनाथ सिंह के साथ एक बैठक करेंगे.
आज राजनाथ सिंह रूस के डिप्टी पीएम से मिले और कहा कि रूस के साथ हुआ रक्षा समझौता जारी रहेगा. इस दौरान रूस के विदेश मंत्री ने भारत की जमकर तारीफ की और संयुक्त रास्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थाई सदस्यता का जोरदार तरीके से समर्थन किया है.
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा है कि रूस को नहीं लगता कि भारत और चीन को सीमा विवाद सुलझाने के लिए किसी तीसरे देश की मदद की जरूरत है. इसके साथ ही रूस ने संयुक्त रास्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थाई सदस्यता का जोरदार तरीके से समर्थन किया है.
रूस के विदेश मंत्री ने कहा कि आज हम संयुक्त राष्ट्र में सुधार की समस्या पर बात करते हैं और भारत से बेहतर स्थाई सदस्यता के लिए कोई अनय नॉमिनी नहीं है. हम भारत की उम्मीदवारी का समर्थन करते हैं.
रूस की विक्ट्री डे परेड में एक साथ होंगे भारत और चीन के रक्षा मंत्री
राजनाथ सिंह रूस में 75वीं विक्ट्री डे परेड समारोह में शरीक होने रूस पहुंचे हैं. वहीं चीनी रक्षा मंत्री जनरल वेई फेंगही भी 24 जून (यानि कल) को हो रहे समारोह में शिरकत करने पहुंच रहे हैं. वहीं दोनों देशों के सैनिक भी एक साथ रेड स्क्वेयर पर साथ कदमताल करते नजर आएंगे. राजनयिक सूत्रों के मुताबिक रूस के विक्ट्री डे परेड में समारोह में चीन के 105 सदस्यों वाले प्रतिनिधि मंडल का प्रतिनिधत्व रक्षा मंत्री फेंगही करेंगे. भारत ने मॉस्को में 24 जून को होने वाली परेड के लिए जहां तीनों सेनाओं के 75 सैनिकों का कंटिंजेंट भेजा है. इसकी अगुवाई एक कर्नल रैंक अधिकारी कर रहे हैं. वहीं भारतीय दल की अगुवाई रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे.