Captain Shubham Gupta Agra: जम्मू-कश्मीर के राजौरी सेक्टर में एक मुठभेड़ के दौरान आगरा के ताजगंज के कैप्टन शुभम गुप्ता कर्तव्य का पालन करते हुए गुरुवार (23 नवंबर) को शहीद हो गए. परिवार को सांत्वना देने के लिए प्रतीक एन्क्लेव स्थित आवास पर शुक्रवार (24 नवंबर) को उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय पहुंचे थे.
योगी सरकार के मंत्री की ओर से शहीद के परिजनों को 50 लाख की सहायता राशि का चेक सौंपने के वक्त माहौल और ज्यादा गमगीन और आहत करने वाला बन गया, जब शहीद कैप्टन की मां बिलखते हुए कहती दिख रही है- "प्रदर्शनी मत लगवाओ, मुझे मेरा बेटा शुभम लौटा दो." इससे जुड़ी वीडियो को आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर शेयर करते हुए बीजेपी की निंदा भी की है.
राघव चड्ढा ने सोशल मीडिया पर शेयर किया वीडियो
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए 'एक्स' पर लिखा- बीजेपी में बी का मतलब बेशर्म और पी का मतलब पब्लिसिटी होना चाहिए. कैप्टन शुभम गुप्ता ने राजौरी सेक्टर में एक मुठभेड़ के दौरान कर्तव्य की पंक्ति में सर्वोच्च बलिदान दिया. उनकी मां दु:खी हैं और बेसब्री से अपने बेटे के पार्थिव शरीर का इंतजार कर रही हैं.
उन्होंने कहा कि इस गमगीन माहौल के बीच बीजेपी की यूपी सरकार के मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय (Yogendra Upadhyay) बेशर्मी से अपने पीआर के लिए एक तस्वीर लेने पर अड़े हुए हैं - यह सब कुछ शहीद कैप्टन की मां की गुहार के बावजूद है जिसमें वह कह रही हैं कि वह उनके दु:ख की प्रदर्शनी ना बनायें. शर्म की बात है.
कांग्रेस ने वायरल वीडियो को शेयर कर 'गिद्ध' लिखा
कांग्रेस ने भी 'एक्स' पर अपने आधिकारिक हैंडल पर वीडियो साझा की है और फोटो-ऑप की कड़ी निंदा करते हुए 'गिद्ध' लिखा है.
कांग्रेस के यूपी अध्यक्ष अजय राय ने की आलोचना
उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने 'एक्स' पर लिखा- ''27 साल के शहीद कैप्टन शुभम गुप्ता की शहादत पर BJP सरकार के मंत्री योगेंद्र उपाध्याय फोटोशूट कराने पहुंचे तो शहीद की माँ ने कहा ''ये प्रदर्शनी मत लगाओ भाई'' दुखद, निंदनीय, असहनीय.
प्रियंका चतुर्वेदी ने बतायी- 'बेशर्मी और असंवेदनशीलता'
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भी कहा कि यह बेशर्मी और असंवेदनशीलता है."...मां गमगीन होकर गुहार लगा रही है फिर भी मंत्री अपना फोटो सेशन जारी रखे हुए हैं. यह कैसी बेशर्मी है? शहीद परिवार को कैमरे के बिना शांति से शोक मनाने भी नहीं देंगे, हृदयहीन."
'यूपी कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष बोले- अरे निकम्मों थोड़ी तो संवेदना रखते'
यूपी कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने भी इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा- ''यह जम्मू एंड कश्मीर के राजौरी में शहीद कैप्टन शुभम गुप्ता की मां हैं. क्या जुल्म है एक मां ने अपना बेटा खो दिया लेकिन योगी सरकार के मंत्री चेक और तस्वीर के पोज की दांव में लगे हैं. अरे निकम्मों थोड़ी तो संवेदना रखते.''
शहीदों के नाम पर राजनीति से बाज नहीं आई बीजेपी- समाजवादी पार्टी
समाजवादी पार्टी ने घटना पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर लिखा- ''भाजपाइयों की असंवेदनशीलता पर बोली एक माँ 'ये प्रदर्शनी मत लगाओ भाई'! बीजेपी सरकार के मंत्री कल ही शहीद हुए आगरा के कैप्टन शुभम गुप्ता के परिवार को चेक देने के नाम पर करा रहें फोटोशूट, बिलखती माँ के आंसुओं का अपमान. शहीदों के नाम पर भी राजनीति करने से बाज नहीं आये बीजेपी वाले, शर्मनाक. शहीद के परिवार को अपमानित करने के लिए माफी मांगे मंत्री.
यूपी कांग्रेस ने बीजेपी नेताओं की आलोचना की
यूपी कांग्रेस ने भी अपने आधिकारिक हैंडल 'एक्स' पर लिखा- ''आगरा के कैप्टन शुभम गुप्ता आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हो गए. आज शहीद के परिवार से मिलने बाबा के मंत्री योगेंद्र उपाध्याय 50 लाख का चेक लेकर पहुंचे और शहीद की माँ को देने लगे. शहीद जवान की माँ बिलखते हुए कहती रहीं, "ये प्रदर्शनी मत लगाओ, भाई!" लेकिन, फोटोबाज़ी के उस्तादों को यह सुनाई ही नहीं दिया. नीचों की जमात शहीदों की शहादत में भी राजनीति करने का मौका नहीं छोड़ते. वैसे भी आपदा में अवसर ढूंढने की इनकी आदत पुरानी है.
शहीद कैप्टन शुभम साल 2015 में हुए थे भारतीय सेना में शामिल
आगरा के रहने वाले कैप्टन शुभम गुप्ता 23 नवंबर को जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के राजौरी में एक मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए चार भारतीय सेना के जवानों में से एक थे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनके परिवार को ₹50 लाख की वित्तीय सहायता और परिवार के एक सदस्य के लिए सरकारी नौकरी की घोषणा की.
आगरा की सिविल कोर्ट में जिला सरकारी वकील हैं शुभम के पिता
शुभम (27) के पिता बसंत गुप्ता, आगरा की एक सिविल कोर्ट में जिला सरकारी वकील हैं. परिवार में उनके मां पुष्पा गुप्ता और छोटा भाई ऋषभ गुप्ता भी हैं. शहीद कैप्टन शुभम साल 2015 में भारतीय सेना (Indian Army) में शामिल हुए थे और 2019 में उनकी जम्मू-कश्मीर में तैनाती हुई थी. परिवार की ओर से उनकी जल्द ही शादी करने की बात चल रहीं थीं.
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