राजौरी आतंकी हमलों में शामिल आतंकियों के सिर पर 10 लाख का ईनाम, सुरक्षा एजेंसियों ने तेज की तलाश
Rajouri Terrorist Attacks: राजौरी जिले के अप्पर डांगरी गांव में पहले आतंकियों ने चार लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इसके 14 घंटे बाद एक आईईडी विस्फोट में दो चचेरे भाई-बहनों की मौत हो गई थी.
Dangri Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के अप्पर डांगरी में हुई आतंकी घटनाओं में शामिल आतंकवादियों के सिर पर पुलिस ने 10 लाख रुपये का ईनाम रखा है. जम्मू-कश्मीर पुलिस के अनुसार, आतंकियों के बारे में जानकारी देने वालों को 10 लाख रुपये दिए जाएंगे. दरअसल, नए साल की शुरुआत के साथ ही आतंकियों ने जम्मू कश्मीर का माहौल बिगाड़ने की ठान ली थी. आतंकियों ने 24 घंटों में 6 कश्मीरी पंडितों को निशाना बनाकर खलबली मचा दी थी.
राजौरी जिले के अप्पर डांगरी गांव में पहले आतंकियों ने चार लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इसके 14 घंटे बाद एक आईईडी विस्फोट में दो चचेरे भाई-बहनों की मौत हो गई थी. इस आईईडी विस्फोट को लेकर दावा किया जा रहा है कि पहली आतंकी घटना के बाद पुलिस और सुरक्षा बलों की जांच के दौरान भी इस विस्फोटक के बारे में पता नहीं चल सका था, क्योंकि हत्याकांड को अंजाम देने के बाद आतंकी दोबारा वहां नहीं आ सकते थे.
सुरक्षा में गंभीर चूक से हुई बच्चों की मौत - परिजनों का आरोप
डांगरी गांव में रविवार (1 जनवरी) को हुए हमले के पीड़ित प्रीतमलाल के घर के पास हुए विस्फोट में समीक्षा शर्मा और विहान कुमार शर्मा की मौत हो गई थी. जिस समय ये धमाका हुआ, उस समय सुबह करीब साढ़े नौ बजे प्रीतमलाल अपने रिश्तेदारों के साथ मकान में ही थे. इस आतंकी घटना के बाद ग्राम सरपंच दीपक कुमार ने इसे पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की ओर से सुरक्षा में गंभीर चूक बताया था.
आधार कार्ड देखकर बरसा दीं 4 लोगों पर गोलियां
बीते साल के आखिरी दिन 31 दिसंबर को आतंकियों ने कथित तौर पर अप्पर डांगरी गांव के ही चार लोगों के आधार कार्ड देखे थे. इसके बाद संदिग्ध आतंकवादियों ने तीन घरों पर अचानक गोलीबारी शुरू कर दी थी. इस आतंकी हमले में चार नागरिकों की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए थे. इस आतंकी हमले के बाद पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान चलाया था. इसके बावजूद उनके हाथ आतंकी नहीं लगे. वहीं, जिस आईईडी विस्फोट में कुछ घंटों बाद दो बच्चों की जान गई, उसे भी नहीं तलाशा जा सका था.
24 घंटे में 6 कश्मीरी पंडितों की मौत
बीते साल 31 दिसंबर और 1 जनवरी के बीच 6 कश्मीरी पंडितों को आतंकियों ने निशाना बनाकर मौत के घाट उतार दिया है. आतंकी हमलों के बाद उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने पीड़ितों के घरों का दौरा किया था. इस दौरान उन्होंने कहा था कि हमने सुरक्षा बलों को पूरी आजादी दी है और मैं लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि इस हमले के दोषियों को जल्द सजा मिलेगी. आतंकियों और आतंक के पूरे तंत्र को कुचलना हमारा दृढ़ संकल्प है.
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