Rajasthan Cabinet Reshuffle Live: अशोक गहलोत मंत्रिमंडल का हुआ पुनर्गठन, 11 कैबिनेट और 4 राज्य मंत्रियों ने ली शपथ
Rajasthan Cabinet Reshuffle: शपथ ग्रहण के पहले कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने बताया कि नई कैबिनेट में इस बार 4 दलित मंत्रियों को भी शामिल किया गया है.
भरतपुर के कामां क्षेत्र से आने वाली मुस्लिम प्रत्याक्षी जाहिदा को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है. पार्टी के लिए जाहिदा महत्वपूर्ण फैक्टर के तौर पर देखी जा सकती हैं. वहीं लंबे समय से मुस्लिम कैंडिडेट को मंत्री पद ना देने की जो बात चल रही थी, उसे भी अब विराम मिल जाएगा.
गहलोत के खास माने जाने वाले राजेंद्र गुढ़ा भी मंत्री बनाए गए हैं. बीएसपी से कांग्रेस में शामिल हुए गुढ़ा सियासी संकट में सरकार के साथ रहे, लेकिन बीते कुछ महीनों से सरकार और पार्टी से नाराज दिख रहे थे. बड़ी बात यह है कि राजेंद्र गुढ़ा के जीजा भवंर सिंह भाटी भी पहले से भी उच्च शिक्षा मंत्री के तौर पर कैबिनेट में जगह बनाए हुए हैं.
सचिन पायलट को अपना नेता बताने वाले पायलट समर्थक मुरारीलाल मीणा को भी मंत्री बनाया गया है. इनको राज्यमंत्री के रूप में शामिल किया गया है. मुरारीलाल मीणा दौसा सीट से विधायक हैं. ये मीणा समाज से आते हैं. इससे पहले भी ये राजस्थान सरकार में मंत्री रह चुके हैं.
शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के मंत्री पद से इस्तीफे के बाद बृजेंद्र सिंह ओला शेखावाटी संभाग में पार्टी की जगह बनाए रखने में महत्वपूर्ण कड़ी के तौर पर देखा जा रहे हैं. पायलट समर्थक ओला शेखावाटी के बड़े जाट नेता हैं. ये पहले भी मंत्री रह चुके हैं. ये झुंझनू सीट से विधाय हैं. बृजेंद्र ओला जाट समाज से आते हैं.
अलवर के बानसूर सीट से आने वाली शकुंतला रावत भी मंत्रिमंडल में शामिल हो रही हैं. दो बार बानसूर सीट से जीतने वाली शकुंतला पार्टी के भरोसेमंदों में से एक हैं. शकुंतला रावत राजस्थान महिला कांग्रेस की अध्यक्ष रह चुकी हैं. इसके अलावा ये राजस्थान प्रदेश कांग्रेस की पूर्व सचिव भी हैं.
मास्टर भंवर लाल मेघवाल के निधन के बाद कैबिनेट में कोई दलित मंत्री नहीं है. ऐसे में गोविंद राम मेघवाल, महेंद्रजीत सिंह मालवीय और ममता भूपेश को कैबिनेट में शामिल किया गया है. गोविंद राम मेघवाल खाजूवाला सीट से विधायक हैं. ये पहले बीजेपी का हिस्सा भी रह चुके हैं. दूसरी बार के विधायक हैं.
राजस्थान के अलवर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में आने वाले टीकाराम जूली राज्यमंत्री के तौर पर मंत्रिमंडल में जगह बनाए हुए थे. अब कैबिनेट विस्तार में उन्हें प्रमोट किया गया है. जूली के पास पहले श्रम विभाग की जिम्मेदारी थी. ये अलवर ग्रामीण सीट से विधायक हैं.
भजनलाल जाटव वैर सीट से कांग्रेस के विधायक हैं. ये अनुसूचित जाति से आते हैं. पहले कृषि राज्य मंत्री के पद पर काम कर रहे भजनलाल जाटव को फिर से मंत्रिमण्डल में जगह मिली है. राज्य मंत्री से अब कैबिनेट मंत्री के तौर पर प्रमोट किया गया है. ये भरतपुर ज़िले से आते हैं.
ममता भूपेश बैरवा ने को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है. राज्यमंत्री ममता भूपेश को प्रमोट कर कैबिनेट मंत्री बनाया गया है. ये सिकराय सीट से विधायक हैं. ममता भूपेश बैरवा अनुसूचित समाज से आती हैं. इससे भी गहलोत सरकार में मंत्री रह चुकी हैं. ये झुंझुनू ज़िले से आती हैं.
रमेश चन्द मीणा को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है. ये सपोटरा सीट से विधायक हैं. मीणा समाज से आते हैं. पिछले दो बार के विधायक हैं. ये करौली ज़िले से आते हैं. माना जाता है कि रमेश चन्द मीणा सचिन पायलट के करीबी नेता हैं. 2008 में बसपा से जीते, फिर कांग्रेस की सरकार बनने के बाद खाद्य एवं आपूर्ति विभाग में मंत्री बने. पायलट खेमे के बगावत के बाद मंत्री पद से बर्खास्त किया गया.
विश्वेनद्र सिंह ने भी गहलोत सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाए गए हैं. विश्वेनद्र सिंह डीग-कुम्हेर सीट से विधायक हैं. कांग्रेस से पहले विश्वेनद्र सिंह बीजेपी में थे. इसके अलावा विश्वेनद्र सिंह भरतपुर लोकसभा सीट से पूर्व सांसद भी हैं. पिछली दो बार से डीग-कुम्हेर सीट से विधायक हैं
महेश जोशी ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली है. महेश जोशी हवामहल विधानसभा सीट से विधायक हैं. महेश जोशी तीन बार के विधायक हैं. ये ब्राह्मण समाज से आते हैं. महेश जोशी कांग्रेस के मुख्य सचेतक हैं. ये राजस्थान कांग्रेस सेवा दल के अध्यक्ष रह चुके हैं.
रामलाल जाट को अशोक गहलोत मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री बनाया गया है. रामलाल जाट समारोह में मंत्री पद की शपथ ली है. रामलाल जाट पहले भी मंत्री रह चुके हैं. रामलाल जाट मांडल सीट से विधाय हैं. ये चौथी बार के विधायक हैं. रामलाल जाट, जाट समाज से आते हैं.
महेंद्रजीत सिंह मालवीय ने कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली है. महेंद्रजीत बागीदौरा सीट से विधायक हैं. इससे पहले भी ये मंत्री रह चुके हैं. महेंद्रजीत अनुसूचित जनजाति से आते हैं. महेंद्रजीत राजस्थान कांग्रेस के उपाध्यक्ष भी हैं. इन्हें राज्यपाल कलराज मिश्र ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई.
सबसे पहले हेमाराम चौधरी ने मंत्री पद की शपथ ली है. हेमाराम चौधरी गुड़ामालानी सीट से विधायक हैं. वो 6 बार विधायक रहे हैं. इनके पास मंत्री से लेकर नेता विपक्ष तक का अनुभव है. बता दें हेमाराम जाट समाज से आते हैं. इन्हें सचिन पायलट का करीबी माना जाता है.
राज्यपाल कलराज मिश्र और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जयपुर में राजभवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में पहुंच गए हैं. गहलोत मंत्रिमंडल का शपथग्रहण शुरू हो चुका है.
मंत्रियों के शपथ लेने से पहले राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा है कि जो लोग कैबिनेट में शामिल नहीं हो रहे हैं, उनका गवर्नेंस में कैबिनेट में शामिल होने वाले नेताओं से कम योगदान नहीं है. दरअसल कुछ नेता शपथग्रहण में शामिल नहीं हो रहे हैं. साफिया जुबेर और जौहरी लाल मीणा ने शपथ ग्रहण का बहिष्कार कर दिया है. साफ़िया रामगढ़ अलवर से और जौहरी लाल मीणा राजगढ़ अलवर से विधायक हैं. साफ़िया का कहना है कि महिलाओं को उचित प्रतिनिधित्व नहीं मिल रहा. वहीं जौहरी लाल मीणा ने केबिनेट में टीकाराम जूली को प्रमोट किए जाने का विरोध किया है.
राजस्थान में नए मंत्रियों को शपथ दिलाए जाने से पहले पार्टी नेता दोपहर में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में इकट्ठा हुए. अशोक गहलोत व उनके मंत्रिपरिषद के मौजूदा मंत्री प्रदेश कार्यालय पहुंचे. वे 15 विधायक भी इस बैठक में पहुंचे जिन्हें पुनर्गठन के तहत मंत्रिपरिषद में जगह मिल रही है. ये आज शाम चार बजे राजभवन में आयोजित समारोह में शपथ लेंगे. मुख्यमंत्री गहलोत, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट भी इस अवसर पर मौजूद रहे. ये विधायक यहां से शपथग्रहण समारोह में भाग लेने राजभवन जाएंगे.
अशोक गहलोत मंत्रिमंडल का आज शाम 4 बजे से शपथग्रहण होगा. राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र तमाम नेताओं को मंत्रिपद की शपथ दिलाएंगे. आज 11 नेताओं को कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथग्रहण कराई जाएगी, जबकि 4 नेताओं को राज्यमंत्री बनाया जाएगा.
बैकग्राउंड
Rajasthan Cabinet Reshuffle: राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार के सभी मंत्रियों ने शनिवार को सीएम को अपना इस्तीफा सौंप दिया था, जिसके बाद आज 15 नेता मंत्रिपद की शपथ ले रहे हैं. इनमें से 11 कैबिनेट मंत्री बन रहे हैं, जबकि 4 राज्य मंत्री. इस नए मंत्रिमंडल में सचिन पायलट खेमे के चार विधायकों को भी जगह दी गई है.
कैबिनेट में शामिल हुए 4 दलित मंत्री
वहीं शपथ ग्रहण के पहले कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने बताया कि नई कैबिनेट में इस बार 4 दलित मंत्रियों को भी शामिल किया गया है. हमारी पार्टी चाहती है कि दलित, उपेक्षित, पिछड़े लोगों का प्रतिनिधित्व हर जगह होना चाहिए. और पिछले काफी वक्त से हमारी सरकार में दलितों का प्रतिनिधित्व नहीं था जिसकी अब भरपाई कर दी गई है. दलितों के साथ ही आदिवासियों का भी प्रतिनिधित्व बढ़ाया गया है. इस मंत्रिमंडल में एक मुस्लिम मंत्री को भी शामिल किया गया है.
सीएम अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच काफी वक्त से तनातनी चली रही थी. इसी बीच कांग्रेस आलाकमान ने मंत्रिमंडल के पुनर्गठन को मंजूरी दी और फार्मूला भी तय कर दिया गया. इस पुनर्गठन के बाद शनिवार को सभी मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया था. आज शाम चार बजे राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह होगा. जिसमें राज्यपाल कलराज मिश्र 15 मंत्रियों को शपथ दिलाएंगे.
पायलट ने कहा, ‘‘जो कुछ कमियां थी, उन्हें दूर किया गया है और जिस दिशा में हम चल रहे थे, इसके जरिए उसे गति देने का काम किया गया है.’’ उन्होंने नए मंत्रिमंडल में चार दलित विधायकों को शामिल किए जाने पर खुशी जताते हुए कहा, ‘‘यह अपने आप में बहुत बड़ा संकेत है कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी, प्रदेश की सरकार और हमारी पार्टी चाहती है कि जो दलित हैं, उपेक्षित हैं, गरीब हैं, पिछड़े हैं, उनका प्रतिनिधित्व हर जगह होना चाहिए.’’
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