कांग्रेस सांसद की सीट से मिली नोटों की गड्डी, राज्यसभा में मचा हंगामा, जेपी नड्डा ने साधा निशाना
Cash In Parliament: राज्यसभा में कांग्रेस के बेंच पर नोटों की गड्डी मिलने से हंगामा मच गया है. सभापति ने मामले की जांच की बात कही जिसके बाद विपक्ष और सत्ताधारी पक्ष के बीच बहस छिड़ गई.
Parliament Winter Session: राज्यसभा में कांग्रेस के बेंच पर शुक्रवार (6 दिसंबर) को जब नोटों की गड्डी मिलने की सूचना आई तो सदन में हंगामा मच गया. राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने इस गंभीर मामले का खुलासा करते हुए कहा कि सुरक्षा अधिकारियों की ओर से जानकारी दी गई थी कि कांग्रेस के सांसद अभिषेक मनु सिंघवी की सीट पर कैश मिला है. इस घटना ने विपक्ष और सत्ताधारी पक्ष के बीच तीखी बहस को जन्म दिया है.
सभापति ने बताया कि गुरुवार (5 दिसंबर) को सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद सुरक्षा अधिकारियों ने सीट नंबर 222 से नोटों की गड्डी मिलने की सूचना दी जो तेलंगाना से सांसद अभिषेक मनु सिंघवी को अलॉट की गई थी. इसके बाद विपक्षी सांसदों ने इस मामले को लेकर जोरदार हंगामा शुरू कर दिया. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा कि जब तक मामले की जांच पूरी नहीं हो जाती तब तक अभिषेक मनु सिंघवी का नाम और सीट सार्वजनिक नहीं की जानी चाहिए.
भाजपा ने मामले को गंभीर बताते हुए जांच की मांग की
भाजपा सांसद जेपी नड्डा ने इस मामले को बेहद गंभीर बताते हुए कहा कि यह सदन की गरिमा को नुकसान पहुंचाने वाली घटना है. उन्होंने कहा कि इस घटना से सदन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठते हैं. साथ ही उन्होंने विश्वास जताया कि इस मामले की जांच सही तरीके से की जाएगी और जल्द ही इसके बारे में स्पष्ट तस्वीर हम सबके सामने आएगी.
किरेन रिजिजू ने कह दी बड़ी बात
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि जब सब कुछ डिजिटल हो चुका है तो डिजिटल इंडिया के दौर में नकदी का बंडल लेकर चलना क्या सही है?
विपक्ष और सत्ताधारी पक्ष के बीच तीखी तकरार
राज्यसभा में इस मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और विपक्षी नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के बीच तीखी बहस हुई. खड़गे ने आरोप लगाया कि इस तरह के 'चिल्लर काम' से देश की प्रतिष्ठा को नुकसान हो रहा है जबकि सत्ताधारी पक्ष ने इसकी गंभीरता को लेकर जांच की आवश्यकता पर जोर दिया. इस विवाद ने राज्यसभा में एक नई बहस छेड़ दी है और इसके परिणामस्वरूप आगामी दिनों में इस मामले की जांच पर और भी सवाल उठ सकते हैं.