Rajya Sabha Budget Session 2023: राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने सदन की कार्यवाही की वीडियो बनाने के लिए शुक्रवार (10 फरवरी) को कांग्रेस सांसद रजनी पाटिल को शेष सत्र के लिए निलंबित कर दिया. उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) ने कहा कि सदन की कार्यवाही से संबंधित एक वीडियो का ट्विटर पर प्रसार किया गया. इसे गंभीरता से लेते हुए मैंने ये फैसला लिया है. सभापति ने कहा कि कांग्रेस सांसद रजनी अशोकराव पाटिल (Rajani Patil) को वर्तमान बजट सत्र के शेष समय के लिए सदन की कार्यवाही से निलंबित किया गया है. 


उन्होंने कहा कि मैं सदन को विश्वास दिलाता हूं, हमारे कार्यों की जांच करने के लिए संसद से परे कोई अधिकार नहीं है. मैंने 7 दिसंबर 2022 को ऐसा संकेत दिया था, मैं दोहराता हूं, हम संविधान के अंतिम निर्माता हैं. धनखड़ ने जोर देकर कहा कि संविधान के तहत ऐसा कोई अधिकार नहीं है जो उन मुद्दों को देख सके जो हमारे लिए हैं. 


टीएमसी सांसद के सुझाव पर दिया जवाब


राज्यसभा के सभापति तृणमूल कांग्रेस के सांसद जवाहर सिरकार के सुझाव का जवाब दे रहे थे. उन्होंने कहा था कि विपक्ष नहीं चाहता है कि कानून के किसी भी मंच पर सदन की कुर्सी के फैसले पर सवाल उठाया जाए. सिरकार ने कहा कि अध्यक्ष ऐसा कार्य नहीं कर सकते हैं जो टिकाऊ नहीं हो सकता है. उन्होंने तर्क दिया कि सदन की कार्यवाही समाप्त होने के बाद ट्विटर हैंडल की ओर से पोस्ट किया गया वीडियो सदन की कार्यवाही को बाधित नहीं कर सकता है.


"हम इससे आंतरिक रूप से निपटेंगे"


सभापति धनखड़ ने कहा कि एक सुझाव दिया गया था कि बाहरी एजेंसियों की ओर से जांच की जाए, लेकिन उन्होंने इसे स्पष्ट रूप से खारिज कर दिया. अध्यक्ष ने कहा, "मैंने कहा नहीं, ये विचार मेरे दिमाग में नहीं आया. मैं अपने मतदाताओं के विश्वास की रक्षा करूंगा, हम इससे आंतरिक रूप से निपटेंगे और किसी बाहरी सहायता की मांग नहीं करेंगे." उन्होंने कहा, "सदन की भावना को ध्यान में रखते हुए, यह निर्देश दिया जाता है कि वो सभी कदम उठाए जाएं जो उस सदस्य के लिए लागू हों जो निलंबन के अधीन है और यह वर्तमान सत्र की शेष अवधि के दौरान प्रभावी होगा."


कांग्रेस सांसद ने भी लगाया आरोप


राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस का जवाब दे रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) के 90 मिनट के भाषण के दौरान विपक्षी सांसदों ने गुरुवार को सदन के वेल में हंगामा और नारेबाजी की थी. कांग्रेस (Congress) सांसद मुकुल वासनिक ने राज्यसभा टीवी पर पक्षपातपूर्ण प्रसारण का आरोप लगाया और पूछा कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बोल रहे थे तो क्या चैनल को केवल सत्ता पक्ष को कवर करने का निर्देश दिया गया था. उनका आरोप है कि राज्यसभा टीवी सदन की कार्यवाही का वीडियो प्रदान करने वाला एकमात्र माध्यम है, इसने अपना ध्यान मोदी, सत्ता पक्ष या कुर्सी पर ही बनाए रखा. 


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