दिल्ली: राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश अपने घर से चाय और पोहा बनाकर संसद भवन में धरना दे रहे 8 सांसदों के लिए लेकर खुद पहुंचे थे. उपसभापति हरिवंश अपनी निजी गाड़ी से संसद भवन पहुंचे थे और यहां पहुंच कर उन्होंने धरना दे रहे सांसदों से चाय और नाश्ता करने की गुजारिश की थी.


राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने कहा कि "यह सदन नहीं है यहां पर मैं उपसभापति नहीं हूं निजी हैसियत से आपके लिए चाय और नाश्ता ले कर आया हूं कृपया कर आप इसे ग्रहण करें" हालांकि चाय को लेकर भी राजनीति खूब गरमाई और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हरिवंश की चाय को बिहार के बेटे की चाय से जोड़ते हुए ट्वीट किया इसके जवाब में आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने भी ट्वीट किया और कहा कि हमें सरकार की चाय नहीं चाहिए हमें किसानों का निवाला चाहिए.


लेकिन वहां मौजूद सांसदों टीएमसी के डेरेक ओ ब्रायन आम आदमी पार्टी के संजय सिंह कांग्रेस के राजीव सातव सहित सभी सांसदों ने चाय पीने से इंकार कर दिया. इसके बाद उपसभापति हरिवंश वहां से वापस घर आ गए. घर आकर उन्होंने सदन में 2 दिन पहले हुए सांसदों के व्यवहार को लेकर सभापति वेंकैया नायडू और राष्ट्रपति रामनाथ कोविद को एक चिट्ठी लिखी इस चिट्ठी में उन्होंने लिखा इस बिल के पारित होने के दौरान सांसदों के अनियंत्रित व्यवहार से दुखी हूं. इतना ही नहीं हरिवंश सांसदों के व्यवहार से इतने ज्यादा दुखी हुए कि उन्होंने 1 दिन के उपवास रखने का भी फैसला किया.


"राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति को लिखी चिट्ठी में उपसभापति हरिवंश ने अपने अंतर्मुखी स्वभाव और भावुकता के साथ गांधी जेपी और कर्पूरी ठाकुर का जिक्र करते हुए हरिवंश ने अपनी चिट्ठी में लिखा इस सांसदों के व्यवहार से वे इतने ज्यादा दुखी है कि रात भर सो नहीं पाए हैं" 20 सितंबर को सदन में हुए हंगामे का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा "सदस्यों ने लोकतंत्र के नाम पर हिंसक व्यवहार किया गया आसन पर बैठे व्यक्ति को भयभीत करने की कोशिश हुई. उच्च सदन की हर मर्यादा व्यवस्था की धज्जियां उड़ाई गई मुझे भद्दे और अपमानजनक शब्द कहे गए. उन्होंने आगे कहा है कि 20 सितंबर को राज्यसभा में जो कुछ हुआ उससे पिछले 2 दिनों से गहरी आत्म पीड़ा आत्म तनाव और मानसिक वेदना में हूं मैं पूरी रात सो नहीं सका हूं"


उपसभापति हरिवंश ने आगे लिखा है "आसन की मर्यादा को अकल्पनीय क्षति हुई है मेरा या उपवास भी इसी भावना से प्रेरित है. बिहार की धरती पर पैदा हुए राष्ट्रकवि दिनकर दो बार राज्यसभा के सदस्य रहे कल 23 सितंबर को उनकी जन्म तिथि है आज यानी 22 सितंबर की सुबह से कल 23 सितंबर की सुबह तक में 24 घंटे का उपवास कर रहा हूं"


उपसभापति ने आगे लिखा है कि मैं उपवास के दौरान भी राज सभा के कामकाज को नियमित रूप से करता रहूंगा. आपको बता दें 20 सितंबर को किसान बिल पर वोटिंग के दौरान रूल बुक पाल ने सदन में अभद्रता करने के आरोपों के बाद विपक्ष के 8 सदस्यों को मौजूदा सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया था. इसमें आम आदमी पार्टी के संजय सिंह टीएमसी के डेरेक ओ ब्रायन और डोला सेन कांग्रेस के राजीव सातव नसीर हुसैन और रिपुण बोरा सीपीएम के के के राकेश और ई करीम शामिल है.


हालांकि आज जब राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हुई तो कांग्रेस ने साफ कर दिया कि 8 सांसदों का निलंबन रद्द होना चाहिए और जब तक सांसदों का निलंबन रद्द नहीं हो जाता वह सत्र की कार्यवाही में हिस्सा नहीं लेंगे. साथ ही इसके बाद बचे हुए सत्र तक के लिए कांग्रेस ने मानसून सत्र का बहिष्कार करने की घोषणा कर दी. हालांकि इसके बावजूद किसान बिल्कुल लेकर राजनीति खूब गरमाई आई हुई है.


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