Rajya Sabha Election 2022: राज्यसभा चुनावों में हार के बाद अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे अजय माकन, कुलदीप बिश्नोई को लेकर कही ये बड़ी बात
कांग्रेस के राज्यसभा उम्मीदवार अजय माकन ने कहा कि हम प्रथम वरीयता में निर्दलीय उम्मीदवार से आगे थे. वहीं बिश्नोई पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि हरियाणा की जनता उनको माफ नहीं करेगी.
Haryana Rajysabha Election 2022: राज्यसभा चुनाव 2022 (Rajya Sabha Election 2022) में एक बार फिर कांग्रेस (Congres) को अंतर्कलह और एक वोट अमान्य हो जाने के कारण बड़ा झटका लगा है. पार्टी उम्मीदवार अजय माकन (Ajay Maken) बीजेपी (BJP) के समर्थन वाले उम्मीदवार कार्तिकोय शर्मा (Kartikeya Sharma) के हाथों चुनाव हार गए हैं. हालांकि हार के बाद माकन ने अदालत में नतीजे को चुनौती देने की बात की है.
वहीं बिश्नोई पर निशाना साधते हुए कांग्रेस उम्मीदवार अजय माकन ने कहा कि हरियाणा की जनता उनको कभी माफ नहीं करेगी. देर रात आए नतीजों पर प्रतिक्रिया देते हुए माकन ने कहा कि हम प्रथम वरीयता में निर्दलीय उम्मीदवार से आगे थे. हमारा एक सही वोट रद्द कर दिया गया जबकि दूसरे पक्ष के अमान्य वोट को सही माना गया. माकन ने कहा कि हम इस पर कानूनी राय ले रहे हैं. माकन ने चुनाव आयोग के तौर तरीकों पर सवाल उठाते हुए कहा कि शुरू से ही लग रहा था कि वो अंत में कुछ गड़बड़ करेंगे. माकन ने कहा कि हमारे विधायक भय और प्रलोभन में नहीं आए.
बिश्नोई के खिलाफ की जाएगी कार्रवाई
वहीं एक वोट रद्द होने को लेकर माकन ने कहा कि हमारे इलेक्शन एजेंट के मुताबिक हमारे 30 के 30 वोट सही हैं. वहीं बिश्नोई के खिलाफ कार्रवाई के सवाल पर उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए क्योंकि वह पार्टी के खिलाफ गए. इसके अलावा हरियाणा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने राज्यसभा चुनाव में पार्टी विधायक कुलदीप बिश्नोई के क्रॉस वोटिंग पर पार्टी के द्वारा कड़ा एक्शन लेने की बात कही है.
कैसे लगता है वोटों का मूल्य?
दरअसल राज्यसभा में एक वोट की वैल्यू 100 अंक के बराबर होती है. हरियाणा में कुल 90 विधायकों में से 89 ने वोट दिए, जबकि निर्दलीय विधायक बलराज कुंडु मतदान से दूर रहे. और कांग्रेस का एक वोट रद्द हो गया. ऐसे में अब 88 सीटों के 8800 अंक हुए. तीन उम्मदवारों की वजह से 8800 अंकों को तीन से भाग किया जाएगा. ऐसे में एक उम्मीदवार को जीतने के लिए 2934 वोट चाहिए थे. लेकिन बीजेपी सदस्यों द्वारा दिए गए वोटों का मूल्य 3,600 था, जिससे पहली सीट पंवार के लिए सुरक्षित हो गई. वहीं, शर्मा ने 2,960 वोट मूल्य के साथ दूसरी सीट जीत ली, जिसमें दूसरी वरीयता के मतों के तौर पर बीजेपी उम्मीदवार से स्थानांतरित 660 वोट मूल्य शामिल है. कांग्रेस सदस्यों के वोटों का मूल्य 2,900 था. 40 विधायकों के साथ बीजेपी के पास जीत के लिए आवश्यक 31 प्रथम वरीयता मतों से नौ मत ज्यादा थे.
कांग्रेस विधायक कुलदीप बिश्नोई (Kuldeep Bishnoi) ने मीडिया कारोबारी शर्मा के लिए ‘क्रॉस वोटिंग’ की, जबकि एक अन्य विधायक के वोट को अमान्य घोषित कर दिया गया. कांग्रेस विधायक कुलदीप शर्मा, कार्तिकेय शर्मा के ससुर हैं. निर्दलीय उम्मीदवार शर्मा को बीजेपी और उसके सहयोगी दल जजपा (JJP) का समर्थन हासिल था. ये चुनाव नतीजे कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा (Bhupendra Singh Hudda) के लिए भी झटका हैं, क्योंकि पार्टी ने हाल ही में कुमारी शैलजा को अपनी प्रदेश इकाई के अध्यक्ष पद से हटाकर हुड्डा के वफादार उदय भान को नियुक्त किया था. हरियाणा में कांग्रेस के 31 विधायक हैं.