Rajasthan Rajya Sabha Election 2022: राज्यसभा चुनाव को लेकर सियासी दलों के बीच हलचल काफी तेज हो गई हैं. राजस्थान (Rajasthan) में फिर से बाड़ाबंदी का मौसम आ गया है. राज्य सभा की चार सीटों पर होने वाले चुनाव (Rajya Sabha Election) की वजह से विधायक एक बार सात सितारा आवभगत का अवसर पाने जा रहे हैं. राजस्थान ही नहीं बल्कि इस बार तो हरियाणा के कांग्रेसी विधायकों को भी राजस्थानी सत्कार का मौक़ा मिलने वाला है. बात शुरू करते हैं राजस्थान के कांग्रेसी विधायकों (Congress MLAs) की होने जा रही बाड़ाबंदी से. इसका सीधा श्रेय निर्दलीय प्रत्याशी सुभाष चंद्रा (Subhash Chandra) को जाएगा. सुभाष चंद्रा ने नामांकन के आख़िरी दिन बीजेपी समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में फार्म भरकर ना सिर्फ़ चार सीटों पर मतदान अनिवार्य करवा दिया बल्कि कांग्रेसी ख़ेमे में हलचल मचा दी. 


राजस्थान में कांग्रेस ने चार में से तीन सीटों पर प्रत्याशी खड़े किए हैं. ये सोचकर कि पार्टी के पास तीनों को पहली वरीयता के 41-41-41 वोटों का पर्याप्त जुगाड़ है. बीजेपी को राज्य की एक सीट मिलनी तय है इसलिए उसने एक प्रत्याशी मैदान में उतारा. लेकिन अचानक बीजेपी ने अपनी रणनीति बदली और कांग्रेस को तीनों सीटों पर वाक् ओवर देने की बजाय निर्दलीय सुभाष चंद्रा को मैदान में उतार दिया. बीजेपी के इस कदम से कांग्रेसी ख़ेमे में ज़बरदस्त हलचल मच गई और सीएम अशोक गहलोत समेत तमाम पार्टी नेता अपने वोटों में सेंधमारी की आशंका से घिर गए.


फिर आया विधायकों की बाड़ाबंदी का मौसम!


सुभाष चंद्रा के पास बीजेपी के सरप्लस तीस वोट के अलावा आरएलपी के तीन वोट भी है. अब बचे आठ वोटों के लिए वो खुद और बीजेपी भी कोशिशों में जुट गए है. कांग्रेस पार्टी को डर लगा तो अब कांग्रेसी और सरकार को समर्थन दे रहे तमाम विधायकों की बाड़ाबंदी करने का इरादा कर लिया. जयपुर के एक पांच सितारा होटल में कांग्रेस का दो दिन का शिविर बुधवार से शुरू हुआ है. इस शिविर का समापन गुरुवार को होगा और फिर यही से तमाम पार्टी और समर्थक विधायकों को उदयपुर रवाना कर दिया जाएगा. 


कांग्रेस विधायक उदयपुर के होटल में होंगे मेहमान


ये सभी विधायक उदयपुर के उसी होटल में मेहमान होंगे जहां पिछले दिनों कांग्रेसी नेताओं की चिंतन बैठक हुई थी. अब प्लान यही है कि 10 जून को सभी विधायकों को सीधे उदयपुर से विधानसभा में वोटिंग के लिए लाया जाएगा. विधायकों की तोड़ फोड़ की आशंका कांग्रेसी सरकार को इतनी ज़्यादा सता रही है कि अब सभी को खुश करने के लिए तमाम उपाय किए जा रहे है. उसके लिए पहले गहलोत सरकार ने तबादलों पर आठ महीने से लागू पाबंदी रातोंरात हटा ली ताकि विधायक अपनी पसंद के कार्मिकों को इच्छित जगह पर लगवा लें. सिर्फ़ इतना ही नहीं एक एक विधायक की नाराज़गी दूर करने के जतन भी शुरू हो गए है.
 
विधायक गणेश घोघरा की नाराजगी क्या हो गई दूर?


डूंगरपुर के कांग्रेसी विधायक गणेश घोघरा स्थानीय प्रशासन से इतना नाराज़ हुए कि उन्होंने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया. इनकी नाराज़गी दूर करने के लिए सरकार ने मंगलवार को डूंगरपुर के उन तमाम अफ़सरों के तबादले कर डाले जिनसे घोघरा की नाराज़गी थी. इसके तहत पांच प्रशासनिक अफ़सर वहां से हटा दिए गए हैं. ये तो बात हुई राजस्थान कांग्रेस की. अब हरियाणा कांग्रेसी विधायकों की बाड़ाबंदी की भी खबर आ रही है. दरअसल राजस्थान के कांग्रेस प्रभारी अजय माकन (Ajay Maken) इस बार हरियाणा से राज्यसभा का चुनाव लड़ रहे हैं. 


कांग्रेस के साथ BJP भी करेगी अपने विधायकों की बाड़ाबंदी?


राज्यसभा चुनाव 2022 (Rajya Sabha Election 2022:) को देखते हुए अब कहा जा रहा है कि हरियाणा (Haryana) के सभी कांग्रेसी विधायक (Congress MLAs) बाड़ाबंदी के लिए राजस्थान सरकार (Rajasthan Govt) के मेहमान बनने जा रहे हैं. इन सभी विधायकों को जयपुर के एक होटल में राज्य सभा वोटिंग तक रखा जाएगा. इन दो बाड़ा बंदियों के बीच राजस्थान बीजेपी के विधायकों की भी बाड़ाबंदी की सूचना है. बीजेपी अपने विधायकों की बाड़ाबंदी प्रशिक्षण के नाम पर करने जा रही है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के मुताबिक़ अभी तारीख़ और स्थान तय होना बाक़ी है.


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