नई दिल्ली/लखनऊ: उत्तर प्रदेश में राज्यसभा की 10 सीटों के लिए वोट डाले जा रहे हैं और पोलिंग से अब तक जो रुझान दिखे हैं उसके मुताबिक बीजेपी के हक में दो क्रॉस वोटिंग हुई है. बीएसपी विधायक अनिल सिंह ने बीजेपी के उम्मीदवार को वोट दिया है, इसके साथ ही एसपी विधायक नितिन अग्रवाल ने भी बीजेपी के हक में वोट डाला है. कयाल के उलट निर्दलीय विधायक राजा भैया ने भी मायावती का साथ नहीं दिया है. निर्दलीय विधायक अमन मणि त्रिपाठी ने भी बीजेपी को वोट दिया है.


पोलिंग बूथ से क्रॉस वोटिंग और उलटफेर के मिल रहे इस रुझान से साफ है कि राज्यसभा चुनाव की टक्कर में बीजेपी बाज़ी अपनी तरफ मोड़ती दिख रही है यानी बीएसपी का खेल खराब हो सकता है.


पूरा खेल क्या है?


राज्यसभा सीट पर जीत के लिए 37 विधायकों के समर्थन की जरूरत है. 9 सीटों पर नतीजे साफ हैं. एक सीट पर एसपी और 8 सीट पर बीजेपी की जीत तय है. लेकिन एक सीट पर पेंच फंस जा रहा है. उस एक सीट के लिए किसी भी राजनीतिक पार्टी के पास 37 विधायक नहीं है.


अब तक के पोलिंग के मुताबिक बीजेपी को एसपी और बीएसपी के एक-एक विधायक के वोट मिले हैं और राजा भैया ने मायावती को वोट नहीं देने का एलान किया है. यानी उम्मीद के उलट बीएसपी को तीन वोटों का नुकसान हो रहा है.


वोट का गणित क्या है?


यूपी की 10 सीटों पर राज्यसभा का चुनाव है. बीजेपी के 8 और एसपी के 1 उम्मीदवार जीतने तय हैं. 8 उम्मीदवार जिताने के बाद भी बीजेपी के 28 विधायक बच जाते हैं. जुगाड़ कर के बीजेपी ने अपने समर्थन वाले विधायकों की संख्या 32 तक पहुंचा दी है.


बीजेपी को बीएसपी विधायक अनिल सिंह  और नितिन अग्रवाल ने वोट दिए हैं यानी बीजेपी के खाते में 34 वोट आ गए.


बीएसपी के खाते में एसपी, कांग्रेस, आरएलडी और दो निर्दलीय विधायकों के समर्थन के बाद भी 35 विधायक ही हो रहे हैं. इसमें से दो खिसक गए हैं. इसलिए नतीजे साफ नहीं है.


अगर मुकाबला टाई हो गया तब खेल पलट जाएगा क्योंकि तब जीत सेकेंड प्रिफरेंस के वोटों के आधार पर तय होगी, जिसमें बीजेपी जीत जाएगी.