दूसरी तरफ जेडीयू की ओर से प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया गया है. जेडीयू की ओर से राज्यसभा जाने वाले दूसरे उम्मीदवार के नाम पर सस्पेंस बना हुआ है.
ध्यान रहे कि शरद यादव ने 5 फरवरी को रांची स्थित बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में लालू यादव से मुलाकात की थी. जिसके बाद लालू की पार्टी ने शरद यादव को राज्यसभा भेजे जाने का फैसला किया है. लालू यादव चारा घोटाला मामले में सजा काट रहे हैं.
शरद यादव को दिसंबर 2017 में जेडीयू की अपील के बाद राज्यसभा से अयोग्य करार दिया गया था. जेडीयू ने उन पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया था. हालांकि जेडीयू ने शरद यादव को निष्कासित नहीं किया है.
शरद यादव ने जुलाई 2017 में महागठबंधन तोड़कर बीजेपी से हाथ मिलाने के नीतीश कुमार के फैसले का विरोध करते हुए बागी रुख अपना लिया था. महागठबंधन तोड़ने के बाद बीजेपी की मदद से नीतीश दोबारा मुख्यमंत्री बने.
अब शरद यादव बिहार की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं. बिहार के अररिया लोकसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में आरजेडी उम्मीदवार के लिए शरद ने प्रचार भी किया.
आपको बता दें कि बिहार की छह राज्यसभा सीटों के लिए 23 मार्च को वोट डाले जाएंगे. जिसके लिए 12 मार्च तक नामांकन दाखिल किया जाना है.