Rajya Sabha Election 2022: राज्यसभा की 57 सीटें खाली हो रही हैं. इन सीटों को भरने के लिए 41 उम्मीदवारों को पहले ही निर्विरोध चुन लिया गया है. जबकि 4 राज्यों की 16 राज्यसभा सीटों के लिए वोटिंग हुई है. इस बार केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार (Modi Govt) में 4 मंत्रियों का राज्यसभा कार्यकाल खत्म हो रहा है. इनमें निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman), पीयूष गोयल (Piyush Goyal) और मुख्तार अब्बास नकवी (Mukhtar Abbas Naqvi) शामिल है. वहीं जेडीयू कोटे से मोदी सरकार में मंत्री आरसीपी सिंह (RCP Singh) का भी कार्यकाल खत्म हो रहा है.
बीजेपी ने निर्मला सीतारमण और पीयूष गोयल को फिर से उम्मीदवार बनाया है. बीजेपी ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को कर्नाटक से उम्मीदवार बनाया है जबकि पीयूष गोयल को महाराष्ट्र से टिकट दिया गया है. जबकि मुख्तार अब्बास नकवी का पत्ता काट दिया गया.
किन-मंत्रियों पर लटकी तलवार?
बीजेपी ने केंद्र सरकार में शामिल मंत्रियों में से दो मंत्रियों निर्मला सीतारमण और पीयूष गोयल को फिर से उच्च सदन में भेजना का फैसला किया तो वही केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी को इस बार टिकट नहीं दिया गया है. इसके अलावा जेडीयू कोटे से केंद्र में मंत्री आरसीपी सिंह को भी पार्टी ने उम्मीदवार नहीं बनाया है. जेडीयू की ओर से आरसीपी सिंह की जगह खीरू महतो को प्रत्याशी बनाया गया है.
खतरे में मुख्तार अब्बास की कुर्सी!
केंद्र सरकार में मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी अभी झारखंड से राज्यसभा सांसद हैं और 7 जुलाई को रिटायर हो रहे हैं. मुख्तार अब्बास नकवी और आरसीपी सिंह का राज्यसभा से पत्ता कटने के बाद अब मंत्री पद की कुर्सी बचाने की चुनौती है. नियम के मुताबिक अगर 6 महीने के अंदर मुख्तार अब्बास नकवी और आरसीपी सिंह संसद में नहीं पहुंचते हैं तो उन्हें मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ेगा.
राज्यसभा में नकवी का कार्यकाल कब तक?
केंद्र की मोदी सरकार में मुस्लिम चेहरे के तौर पर मुख्तार अब्बास नकवी साल 2016 में झारखंड से उच्च सदन के लिए मेंबर चुने गए थे. 7 जुलाई को उनका कार्यकाल समाप्त हो रहा है. इस बार झारखंड से राज्यसभा के लिए मुख्तार अब्बास नकवी की जगह आदित्य साहू को प्रत्याशी बनाया. हालांकि ऐसा माना जा रहा था कि पार्टी नकवी को किसी दूसरे राज्य से टिकट देगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
आरसीपी सिंह की भी जाएगी कुर्सी?
आरसीपी सिंह (RCP Singh) भी राज्यसभा सांसद हैं और अगले महीने उनका भी कार्यकाल राज्यसभा में खत्म हो रहा है. जेडीयू (JDU) ने उन्हें इस बार राज्यसभा (Rajya Sabha) के लिए प्रत्याशी नहीं बनाया है. ऐसे में कार्यकाल खत्म होने के बाद केंद्रीय मंत्री (Union Minister) की कुर्सी जाने की पूरी संभावना है. ऐसी अटकलें हैं कि बीजेपी के साथ नजदीकियों के चलते आरसीपी के साथ ऐसा किया गया. इस बीच आरसीपी सिंह को एक और झटका लगा है. पहले उन्हें राज्यसभा का टिकट नहीं दिया गया और अब उनसे सरकारी बंगला भी ले लिया गया है.
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