Rajya Sabha Elections 2024: संसद के उच्च सदन यानी कि राज्यसभा से इस साल अप्रैल में 15 सूबों के 56 सदस्य रिटायर हो जाएंगे. यही वजह है कि उनके कार्यकाल खत्म होने से पहले इन सीटों पर चुनाव कराया जाएगा. 27 फरवरी, 2024 को इन सभी सीटों के लिए वोटिंग होगी. 


राज्यसभा इलेक्शंस के लिए 8 फरवरी, 2024 से 15 फरवरी, 2024 तक नामांकन दिए जा सकेंगे, जबकि उम्मीदवारी से नाम वापस लेने के लिए आखिरी तारीख 20 फरवरी, 2024 रहेगी. मतदान और वोटों की गिनती एक ही दिन (27 फरवरी, 2024) में होगी. आइए, जानते हैं कि कहां कितनी सीटों पर चुनाव होगा और इन चुनावों की वजह से किस सूबे में कैसी सियासी तस्वीर पनप सकती है:        


2 दिन में रिटायर होंगे 56 मेंबर्स


उच्च सदन से 2 दिनों में कुल 56 लोग रिटायर होंगे. 2 अप्रैल 2024 को 50 सदस्य रिटायर होंगे. इनका ब्यौरा इस प्रकार हैः आंध्र प्रदेश से 3, बिहार से 6, छत्तीसगढ़ से 1, गुजरात से 4, हरियाणा से 1, हिमाचल प्रदेश से 1, कर्नाटक से 4, मध्य प्रदेश से 5, महाराष्ट्र से 6, तेलंगाना से 3, उत्तर प्रदेश से 10, उत्तराखंड से 1 और पश्चिम बंगाल से 5 सीटों पर सदस्य रिटायर हो जाएंगे. फिर अगले रोज यानी कि 3 अप्रैल 2024 को 6 मेंबर्स रिटायर होंगे, जिनमें 3 ओडिशा से तो 3 राजस्थान से होंगे.  


...तो इन प्रमुख चेहरों का भी खत्म होगा कार्यकाल


जिन सांसदों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है, उनमें केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव, केंद्रीय रेल मंत्री अश्विणी वैष्णव, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया, केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन, केंद्रीय मंत्री नारायण राणे, पूर्व पीएम डॉ.मनमोहन सिंह, बीजेपी चीफ जेपी नड्डा, बीजेपी प्रवक्ता अनिल बलूनी, केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, कांग्रेस के कुमार केतकर, शरद पवार की एनसीपी की सदस्य वंदना चव्हाण, शिवसेना (उद्धव गुट) के सदस्य अनिल देसाई और एक्ट्रेस से सपा नेता बनीं जया बच्चन आदि शामिल हैं.  


फिलहाल सदन में किसके पास कितना संख्याबल?


मौजूदा समय में उच्च सदन के 238 सदस्यों में 109 एनडीए दलों से हैं, जबकि 89 विपक्षी गठजोड़ इंडिया के हैं. एनडीए अभी राज्यसभा में आधी सीटों के आंकड़े से पीछे है और ऐसा माना जा रहा है कि अगले महीने होने वाले इन चुनावों के बाद भी सदन में कोई खासा बदलाव नहीं देखने को मिलेगा.


...तो इस दल को हो सकता है सर्वाधिक नुकसान


रिटायर होने वाले कुल 56 सांसदों में 28 बीजेपी से हैं और 10 कांग्रेस के हैं. सदन में बीजेपी की ओर से इतनी ही सीटें बरकरार रखने की उम्मीद लगाई जा रही है, जबकि कांग्रेस नौ सीटें जीत सकती है. वह बिहार में सहयोगियों की मदद से एक सीट और भी हासिल कर सकती है पर सर्वाधिक नुकसान भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) को हो सकता है. उसके तीन सांसद रिटायर हो रहे हैं और पिछले महीने बीआरएस को सूबे में सत्ता से बाहर का रास्ता दिखकर सरकार बनाने वाली कांग्रेस इनमें से दो सीटें हासिल कर सकती है.



UP: किसके कितने फायदे और नुकसान के आसार? जानिए  


सबसे ज्यादा सीटें यूपी में (10) खाली हो रही हैं जहां 9 सांसद बीजेपी के हैं. हालांकि, इस चुनाव में सिर्फ 7 भाजपाइयों के जीतने की संभावना है. ऐसा माना जा रहा है कि अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी (2017 में 47 से 2022 में 111 के आंकड़े पर पहुंचने वाली) वहां 3 सीटें जीत सकती है. वैसे, बिहार में बीजेपी एक सीट हासिल कर लेगी. 


बिहार में कुछ ऐसी रह सकती है स्थिति


बिहार में बीजेपी एक सीट हासिल करेगी. रिटायर होने वाले छह सांसदों में 2-2 जेडी(यू) और राजद के हैं, जबकि 1-1 बीजेपी और कांग्रेस के हैं. सदन की अभी की स्थिति के हिसाब से बीजेपी और राजद 2-2 सीट जीत सकती हैं और जेडी(यू) के खाते में एक सीट जाने की आस है. राजद के नेतृत्व वाले विपक्ष के छठी सीट को पाने के लिए पर्याप्त संख्या है जिसे पाने की होड़ में कांग्रेस है.


महाराष्ट्र से लेकर MP-राजस्थान तक में क्या होगा?


महाराष्ट्र की 6 सीटों में बीजेपी, शिवसेना (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजित पवार वाली) वाला महायुति गठजोड़ पांच सीटों पर मजबूती से दावा कर सकता है, जबकि आखिरी छठी सीट बड़े आराम से जीत सकती है. हिंदी पट्टी के तीन सूबों मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भी कमोबेश पहले जैसा ही रह सकता है.


और सूबों का संभावित हाल भी जान लीजिए


कांग्रेस गुजरात में सीटें गंवा सकती है. वहां खाली होने वाली सभी 4 सीटें (2-2 बीजेपी और कांग्रेस से) बीजेपी के पाले में जा सकती हैं. ओडिशा में 3 सीटें बीजेडी को मिल सकती हैं, जबकि फिलहाल 2 बीजद और 1 बीजेपी के पास है. उत्तराखंड और हरियाणा में खाली होने वाली सीट्स पर बीजेपी कब्जा जमा सकती है, जबकि हिमाचल वाली सीट कांग्रेस के पाने के आसार हैं. कर्नाटक में चुनाव के नतीजे लगभग सेम रहेंगे.


आंध्र और बंगाल में रोचक रहेगा चुनाव


आंध्र प्रदेश में रोचक बदलाव हो सकता है. तीनों सीटों वाईएसआरसीपी के पास जा सकती हैं, जिनमें अभी 1-1 बीजेपी, टीडीपी और वाईएसआरसीपी के खाते में हैं. वैसे, पश्चिम बंगाल में चुनाव रोचक हो सकता है. ऐसा इसलिए क्योंकि वहां इंडिया के सहयोगियों टीएमसी और कांग्रेस में फिलहाल चीजें ठीक नहीं हैं. वहां खाली होने वाली 5 सीटों में से 4 टीएमसी तो 1 बीजेपी के पास जा सकती है. मौजूदा समय में चार टीएमसी और 1 कांग्रेस के पास है.


Rajya Sabha को जानिएः एक नजर में


राज्यों के परिषद यानी राज्यसभा देश की संसद का उच्च सदन है. राज्यसभा में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रतिनिधि और भारत के राष्ट्रपति की ओर से नामित लोग शामिल होते हैं. उप-राष्ट्रपति राज्यसभा के पदेन सभापति होते हैं, जबकि राज्यसभा भी सदस्यों में से एक उपसभापति चुनती है और अध्यक्ष की अनुपस्थिति में उपाध्यक्ष अध्यक्षता करता है.