(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
राज्यसभा चुनाव: बिहार में NDA में किसका कटेगा पत्ता, आरजेडी और कांग्रेस के बीच फंसा ये पेंच
बिहार में राज्यसभा की पांच सीटें खाली हो रही हैं. मौजूदा समय में पांचों सीटों पर एनडीए के सांसद हैं. तीन पर जेडीयू तो दो पर बीजेपी के सांसद हैं. उधर आरजेडी और कांग्रेस के बीच पेंच फंसा हुआ है.
पटना: 26 मार्च को राज्यसभा चुनाव होने हैं. बिहार से राज्यसभा की पांच सीट खाली हो रही है. पांचों सीट पर फिलहाल एनडीए के सांसद हैं. राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर के बेटे रामनाथ ठाकुर, जेडीयू की कहकशां परवीन, पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ सी पी ठाकुर और आरके सिन्हा बीजेपी से राज्य सभा सांसद हैं. बिहार विधान सभा में अंक गणित के हिसाब से इस बार एनडीए के खाते में तीन और महागठबंधन की झोली में दो सीटें आएंगी.
बीजेपी ने छह नाम भेजे
इसी साल नबंवर महीने में बिहार में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है. इस लिहाज से राज्यसभा के उम्मीदवारों का चयन बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है. जातिगत समीकरण मायने रखता है. बीजेपी के सीपी ठाकुर भूमिहार हैं तो आरके सिन्हा कायस्थ हैं. दोनों ही ऊंची जाति से आते हैं. किसी का टिकट काटना उस जाति के समर्थकों में गुस्सा पैदा कर सकता है. ऐसे में कयास यह लगाए जा रहा है कि किसी नए चेहरा को जगह मिल सकती है. बिहार बीजेपी की उच्च स्तरीय कमिटी ने छह नामों की सूची भेजी है. अब बीजेपी की पार्लियामेंट्री बोर्ड तय करेगी किसे टिकट देना है.
नीतीश कुमार के सामने ये सवाल
जेडीयू के सर्वेसर्वा नीतीश कुमार को भी तय करना है कि अगर टिकट काटना पड़ा तो किस सांसद का कटेगा. हरिवंश सिंह राजपूत हैं, रामनाथ ठाकुर अति पिछड़ा और कहकशां परवीन समुदाय से आती हैं. नीतीश के सामने भी संकट है कि तीनों की जगह दो नए चेहरे को जगह दें या फिर जातीय समीकरण का हिसाब लगाया जाए.
आरजेडी और कांग्रेस में पेंच?
सबसे बड़ी मुश्किल आरजेडी और कांग्रेस के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर है. कांग्रेस के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने आरजेडी नेता तेजस्वी यादव को चिट्ठी लिखकर एक सीट दिए जाने की मांग की है. हालांकि, तेजस्वी खुद चुप हैं लेकिन उनकी पार्टी के नेता सीट देने से इनकार कर रहे हैं.
कांग्रेस ने याद दिलाया वादा
कांग्रेस दोनों पार्टियों के बीच हुए पुराने समझौते का हवाला दे रही है. लोकसभा चुनाव के दौरान आरजेडी ने ये वादा किया था कि कांग्रेस को एक राज्यसभा की सीट दी जाएगी. जब राज्य में महागबंधन की सरकार बनी थी तब आरजेडी के पास 80 और कांग्रेस के पास 27 विधायक थे. इस लिहाज से दो सीटों पर महागठबंधन का दावा बन रहा है.
लालू यादव से मिलने वालों का तांता
उधर राज्य सभा जाने के लिए लालू यादव से मुलाकात करने और बात करने वालों का तांता लगा हुआ है. शरद यादव, शत्रुघ्न सिन्हा, आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह, जगदानन्द सिंह, अब्दुल बारी सिद्दीकी के नाम रेस में माना जा रहा है. कांग्रेस जो एक सीट मांग रही है उसपर किसे राज्यसभा भेजेगी वह नाम अभी तय नहीं हो पाया है.