हरियाणा: कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा के बेटे दीपेंद्र हुड्डा को बनाया उम्मीदवार
हरियाणा के 90 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के 31 विधायक हैं जिनमें अधिकतर हुड्डा के विश्वस्त हैं.दीपेंद्र सिंह हुड्डा आज नामांकन के अंतिम दिन अपना पर्चा दाखिल करेंगे.
चंडीगढ़: राज्यसभा चुनाव में बीजेपी द्वारा हरियाणा में दो प्रत्याशियों की घोषणा के कुछ ही घंटों बाद कांग्रेस ने राज्य के पार्टी विधायकों के मांग पर गौर करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बेटे दीपेंद्र सिंह हुड्डा को प्रत्याशी बनाने का ऐलान किया. हरियाणा में राज्यसभा सीटों के तीनों उम्मीदवार, बीजेपी के दुष्यंत गौतम और राम चंदर जांगर व कांग्रेस प्रत्याशी दीपेंद्र सिंह हुड्डा आज नामांकन के अंतिम दिन अपना पर्चा दाखिल करेंगे.
बीजेपी ने अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा दिन में की, जबकि कांग्रेस ने 42 साल के दीपेंद्र हुड्डा के नाम का ऐलान गुरुवार देर शाम किया. उल्लेखनीय है कि हरियाणा कांग्रेस प्रमुख कुमारी शैलजा का राज्यसभा कार्यकाल अगले महीने समाप्त हो रहा है. राज्यसभा सीट के लिए शैलजा और दीपेंद्र के बीच उम्मीदवारी की दौड़ थी. लेकिन पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने दीपेंद्र की उम्मीदवारी का समर्थन किया था.
रोहतक के विधायक बीबी बत्रा ने दावा किया कि अधिकतर कांग्रेस विधायक दीपेंद्र को प्रत्याशी बनाने के पक्ष में है. हरियाणा के 90 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के 31 विधायक हैं जिनमें अधिकतर हुड्डा के विश्वस्त हैं.
राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन का आखिरी दिन आज
देश के 17 राज्यों में राज्यसभा की 56 खाली सीटों पर 26 मार्च को होने वाले चुनाव के लिए आज नामांकन दाखिल करने का आखिरी दिन है. 18 मार्च तक उम्मीदवार अपना पर्चा वापस ले सकते हैं. 26 मार्च की सुबह 9 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक मतदान होगा. शाम 5 बजे मतों की गिनती होगी. इनमें से 55 सीटें सांसदों के कार्यकाल पूरे होने से खाली हुई हैं. वहीं, हरियाणा की एक सीट पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी वीरेंद्र सिंह के इस्तीफे से खाली हुई है. उनका कार्यकाल 2022 में पूरा होना था. इस सीट पर उपचुनाव भी 26 मार्च को ही होगा. सबसे ज्यादा 7 सीटें महाराष्ट्र में खाली हो रही हैं. तमिलनाडु में 6, प. बंगाल और बिहार में 5-5, ओडिशा, गुजरात और आंध्र प्रदेश में 4-4, मध्य प्रदेश, हरियाणा, असम और राजस्थान में 3-3 सीटें खाली हो रही हैं. इनके अलावा तेलंगाना, झारखंड और छत्तीसगढ़ में 2-2 सीटें, वहीं मणिपुर, मेघालय, हिमाचल प्रदेश में एक-एक सीट खाली हो रही है.
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