राज्यसभा चुनाव: किस उम्मीदवार को दिया वोट? क्या विधायक कर सकते हैं इसका खुलासा, जानें
Rajya Sabha Election: तीन राज्यों की 15 राज्यसभा सीटों के लिए मतदान हो रहा है. इन राज्यों में 18 प्रत्याशी मैदान में हैं. यूपी, कर्नाटक, हिमाचल में क्रॉस वोटिंग से चुनाव दिलचस्प हो गया है.
राज्यसभा की 56 सीटों पर आज चुनाव हो रहा है. इनमें से 41 सीटों पर उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए हैं. इन सीटों पर सिर्फ एक-एक उम्मीदवार ही मैदान में था. जबकि 3 राज्यों उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक की 15 सीटों पर वोटिंग हो रही है. इन तीन राज्यों में 15 सीटों के लिए 18 उम्मीदवार मैदान में थे. इन तीनों राज्यों में क्रॉस वोटिंग से राजनीतिक पार्टियों की नींद उड़ गई है.
यूपी विधानसभा में राज्यसभा चुनाव के लिए वोट करने के बाद जयंत चौधरी की पार्टी RLD ने ट्वीट कर बताया कि उनके सभी 9 विधायकों ने बीजेपी के प्रत्याशी संजय सेठ को वोट दिया है. इतना ही नहीं सपा के 9-10 विधायकों के भी बीजेपी में वोट करने की चर्चा है. इससे पहले राजा भैया ने भी ऐलान किया था कि उनकी पार्टी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक NDA के उम्मीदवार को वोट करेगी. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या राज्यसभा चुनाव में विधायक ये खुलासा कर सकते हैं कि उन्होंने किसे वोट किया?
पार्टी के सभी 9 विधायकों ने एकसाथ, एकमत होकर भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा प्रत्याशी संजय सेठ जी को वोट किया। राष्ट्रीय लोकदल का वोट किसान, नौजवान, गरीब, महिलाओं के हक में है। हर वोट भारत रत्न चौधरी चरण सिंह जी के विचारों से प्रभावित और प्रेरित है।
— Rashtriya Lok Dal (@RLDparty) February 27, 2024
सभी माननीय विधायकों का… pic.twitter.com/xJ11dftbI2
लोकसभा से कितना अलग राज्यसभा चुनाव?
लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव में सीक्रेट वोटिंग सिस्टम लागू होता है. यानी कोई भी व्यक्ति यह नहीं दिखा सकता कि उसने अपना वोट किसे दिया. जबकि राज्यसभा में इसके उलट ओपन बैलेट सिस्टम होता है. यानी किसी भी राज्य के विधायक को राज्यसभा उम्मीदवार चुनने के लिए डाला वोट बॉक्स में डालने से पहले अपनी पार्टी के एजेंट को दिखाना होता है. 1998 में एनडीए सरकार ने ओपन बैलेट सिस्टम शुरू किया था. तत्कालीन सरकार का तर्क था कि इससे भ्रष्टाचार को रोकने में मदद मिलेगी. 2006 में कुलदीप नैयर बनाम भारत संघ के मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ओपन बैलेट प्रणाली को अपनाना मानक बन गया. हालांकि, इस दौरान क्रॉस वोटिंग की संभावना भी बढ़ गई. इससे निपटने के लिए पार्टियां रणनीति बनाती हैं. हालांकि, कई बार ये फेल भी हो जाती है.
तीन राज्यों से कौन कौन मैदान में?
यूपी, कर्नाटक और हिमाचल की 15 सीटों पर चुनाव हो रहे हैं. यूपी से 10 सीटों के लिए 11 उम्मीदवार मैदान में हैं. बीजेपी की ओर से 8 उम्मीदवार- पूर्व सांसद चौधरी तेजवीर सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह, अमरपाल मौर्य, संगीता बलवंत, सुधांशु त्रिवेदी, साधना सिंह, नवीन जैन और संजय सेठ मैदान में हैं. जबकि समाजवादी पार्टी ने जया बच्चन, रामजीलाल सुमन और आलोक रंजन को उतारा है.
हिमाचल की एकमात्र सीट पर कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंघवी के खिलाफ बीजेपी ने हर्ष महाजन को उतारकर मुकाबले को रोचक बना दिया है. इसी तरह कर्नाटक की चार सीटों में 5 उम्मीदवार मैदान में हैं. कांग्रेस ने अजय माकन, सैयद नसीर हुसैन और जीसी चंद्रशेखर को उम्मीदवार बनाया है, जबकि बीजेपी की ओर से नारायणसा बैंडेज और जेडी(एस) की तरफ से डी कुपेंद्र रेड्डी मैदान में हैं.