डिप्टी चेयरमैन हरिवंश सिंह ने जानबूझकर छोड़ दिया 18वां सवाल? विपक्ष का आरोप, जया बच्चन और दीपेंदर सिंह हुड्डा का राज्यसभा में हंगामाा
18वां सवाल एविएशन से जुड़ा था. सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि 18वां सवाल छोड़ा नहीं गया है 19वें सवाल के बाद वह प्रश्न भी लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि तकनीकी कारणों से सवाल नहीं लिया जा सका.
राज्यसभा में सोमवार (5 फरवरी, 2024) को सिलसिलेवार सवाल ना लिए जाने को लेकर विपक्ष ने हंगामा कर दिया. विपक्ष का आरोप है कि राज्यसभा के उपसभापित हरिवंश नारायण सिंह ने सवाल नंबर 18 को नजरअंदाज कर दिया और 17वें सवाल के बाद सीधे सवाल नंबर 19 पर चर्चा शुरू हो गई. समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन ने इस पर नाखुशी जताई और कहा कि आसन के अलावा और कोई उन्हें बैठने के लिए कहे तो वह नहीं बैठेंगी.
प्रश्नकाल के दौरान सदन में उपसभापति हरिवंश ने लिस्ट में सूचीबद्ध 17वां प्रश्न लिया और उसके बाद उन्होंने 19वां प्रश्न लिया. इस पर सदस्यों ने कहा कि 18वां प्रश्न छोड़ दिया गया है. उपसभापति ने कहा कि 19वां प्रश्न पूरा होने के बाद 18वें प्रश्न को लिया जाएगा. 18वां प्रश्न विमानन क्षेत्र से संबंधित था. सपा सदस्य जया बच्चन, कांग्रेस के दीपेंद्र सिंह हुडा और अन्य विपक्षी सदस्यों ने जानना चाहा कि 18वें प्रश्न को क्यों छोड़ दिया गया.
किस सवाल को लेकर राज्यसभा में मचा हंगामा?
सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि 19वां प्रश्न पूरा होने के बाद 18वां प्रश्न लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि कई बार त्रुटि हो जाती है. उन्होंने सदस्यों से शांत रहने की अपील की. जगदीप धनखड़ ने कहा कि यह सही है कि प्रश्न छोड़ा नहीं जाना चाहिए. उन्होंने इस मुद्दे पर उपसभापति पर सदस्यों की ओर से कुछ आक्षेप लगाए जाने पर नाखुशी भी जाहिर की. विभिन्न सदस्यों के इस मुद्दे पर हंगामा करने पर सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि 18वां प्रश्न छोड़ा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा कि किसी तकनीकी कारण की वजह से 18वां प्रश्न नहीं लिया जा सका.
क्या बोलीं जया बच्चन?
उन्नीसवां प्रश्न पूरा होने के बाद सभापति ने सपा की जया बच्चन को अपनी बात रखने का मौका दिया. जया ने कहा, 'उपसभापति के लिए सबके मन में सम्मान का भाव है. अगर आसन की ओर से हमें कहा जाएगा कि बैठ जाओ तो हम बैठ जाएंगे, लेकिन अगर कोई दूसरा हमें हाथ हिला-हिला कर कहे कि बैठ जाओ तो हम नहीं बैठेंगे.' उन्होंने कहा कि सदस्यों के साथ सम्मानजनक व्यवहार किया जाना चाहिए. जया बच्चन ने कहा, 'अगर आसन की ओर से कहा जाता है कि किसी समस्या के चलते सवाल नहीं लिया जा सकता तो सदस्य इसे समझेंगे क्योंकि वह स्कूल के बच्चे नहीं हैं.'