नई दिल्ली: देश में बढ़ रहे कैंसर के मामलों का कारण प्लास्टिक का ज्यादा का इस्तेमाल और मिलावटी खाना है, राज्यसभा में चर्चा के दौरान यह बात कही गई. राज्यसभा में चर्चा के दौरान लगातार बढ़ रहे कैंसर के मामलों का जिक्र करते हुए कहा गया कि इसकी रोकथाम के लिए जरूरी है कि प्लास्टिक के इस्तेमाल में कमी लाई जाए क्योंकि मौजूदा वक्त में इसका धड़ल्ले से इस्तेमाल हो रहा है. यहां तक कि खाने-पीने का सामान प्लास्टिक के पैकेट में परोसा जा रहा है. इसके साथ ही खाने के सामान में भी मिलावट बढ़ गई है. दूध और मिठाई में बड़े पैमाने पर मिलावट हो रही है और इसकी वजह से भी कैंसर के मामले बढ़ रहे हैं. लिहाज़ा जरूरत इस बात की है कि हर जिले में ऐसे मिलावटी खाने की जांच के लिए जांच सेंटर बनाए जाएं. इसके साथ ही फसलों को उपजाने के लिए जिस तरह के रासायनिक का इस्तेमाल होता है उनकी भी जांच होनी चाहिए जिससे कि कैंसर के मामलों में कमी लाई जा सके. इतना ही नहीं देश में कैंसर का इलाज आसानी से नहीं हो पाता और बहुत महंगा है. जरूरत इस बात की है कि देश में कैंसर के इलाज को लेकर गंभीर कदम उठाएं जाएं जिससे कि कैंसर पीड़ित लोगों को वक्त रहते हैं समुचित इलाज हो सके.


मौजूदा वक्त में आलम यह है कि कैंसर पीड़ित को इस बीमारी के तीसरी-चौथी स्टेज पर पहुंचने के बाद ही पता लगता है. जबकि होना यह चाहिए कि कैंसर के शुरुआती दौर में ही पता लग जाए तो इलाज करवाना काफी आसान होगा. चर्चा के दौरान कहा गया कि जिन इलाकों में कैंसर ज्यादा फैल रहा है वहां पर अस्पताल में जांच सेंटर बनाया जाएं जहां पर शुरुआती तौर पर कैंसर जैसी बीमारी का पता चल सके.


इसके साथ ही चर्चा के दौरान इस बात पर भी जोर दिया गया कि कैंसर की दवाइयां आसानी से और कम कीमत पर उपलब्ध हों और इसका इलाज सस्ता होना चाहिए. चर्चा के दौरान कहा गया कि जो नामी लोग होते हैं या अमीर लोग होते हैं वह तो देश के बाहर जाकर इलाज करवा लेते हैं लेकिन बड़ी संख्या ऐसे लोगों की होती है जो देश के बाहर नहीं जा सकते. ऐसे में देश में ही डॉक्टरों और अस्पतालों को बढ़ावा देना चाहिए जिससे कि देश में भी इस गंभीर बीमारी का इलाज हो सके. साथ ही मरीजों में विश्वास दिलाने की जरूरत है कि इस बीमारी के होने का मतलब जिंदगी खत्म होना नहीं है.


चर्चा के दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने भी राज्यसभा सांसदों द्वारा उठाए गए मुद्दों पर जवाब देते हुए बताया कि सरकार किस तरह से कैंसर की रोकथाम और इसके उपचार के लिए कदम उठा रही है. हर्षवर्धन ने केंद्र सरकार की आयुष्मान योजना का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार की इस योजना से कैंसर पीड़ित लोगों को इलाज करवाने में भी सहूलियत हो रही है. साथ ही सरकार जो अलग-अलग योजनाएं चला रही है उससे कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों की रोकथाम में मदद मिलेगी. लेकिन यह एक ऐसी बीमारी है जिसके लिए जागरूकता चलाने की जरूरत है और सभी सांसद भी अपने-अपने क्षेत्रों में जागरूकता फैला सकते हैं, जिससे कि इस जानलेवा बीमारी से बचा जा सके और पीड़ितों को समुचित वक्त रहते इलाज मिल सके.


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