राज्यसभा में उठा दिल्ली अग्निकांड का मामला, सांसदों ने मौन रखकर दी श्रद्धांजलि
दिल्ली में हुए भीषण अग्निकांड के बाद नेता एक दूसरे पर आरोप लगाने में लगे हैं. इमारत का मालिक और फैक्ट्री का मैनेजर गिरफ्तार हो गए हैं. बड़ा सवाल यही है कि आखिर दिल्ली दहन का जिम्मेदार कौन है? किसकी वजह से तैंतालीस लोगों की मौत हुई?
नई दिल्ली: दिल्ली के अनाज मंडी इलाके में हुए भीषण अग्निकांड का मुद्दा आज राज्यसभा में भी उठा. सभापति वेंकैया नायडू ने समेत सभी सदस्यों ने अग्निकांड में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देते हुए मौन रखा. सभापति वेंकैया नायडू ने कहा कि जरूरत इस बात की है कि ऐसी सभी जगहों पर सुरक्षा के पूरे इंतजाम होने चाहिए जिससे कि भविष्य में से इस तरह की घटनाएं ना हो.
बीजेपी सांसद विजय गोयल ने कहा, ''दिल्ली आज आग के मुहाने पर है. दिल्ली में जगह-जगह ऐसे हालात हैं जहां पर अवैध इमारतें हैं अवैध तरीके से फैक्ट्री चल रही है. हम एक के बाद एक हो रहे हादसों से भी कुछ नहीं सीखते हैं. छोटी-छोटी इमारतों में अवैध फैक्ट्री चलाई जा रही है.''
गोयल ने कहा, ''चांदनी चौक में भी ऐसे ही हालात है, बिल्डिंगों का मलवा पड़ा हुआ है लेकिन कोई उठा नहीं रहा है. 10 लाख के मुआवजे और मजिस्ट्रेट जांच से कुछ नहीं होगा. हमें इस मुद्दे पर मिलकर काम करना होगा.''
वहीं आम आदमी पार्टी सांसद संजय सिंह ने कहा, ''वह लोग मजदूरी करने आए थे. बाहर निकलने का रास्ता तक नहीं था वह लोग वहीं पर घुट गए. वह लोग भाग भी नहीं सके, चिल्लाते रहे चीखते रहे. किसी की कमियां हैं, इसका जिक्र करेंगे तो बात दूसरी दिशा में चली जाएगी. इस मामले में राजनीति नहीं करनी चाहिए. हम सब को साथ बैठकर और मिलकर जिम्मेदारियां तय करनी होंगी और उनका निर्वहन करना होगा.''
कुल 43 लोग मारे गए, फैक्ट्री का मालिक और मैनेजर गिरफ्तार दिल्ली में रानी झांसी रोड पर चार मंजिला फैक्ट्री में रविवार सुबह लगी भीषण आग में 43 मजदूरों की मौत हो गई और 20 से ज्यादा घायल हैं. पुलिस ने इस भीषण अग्निकांड में दो लोगों को गिरफ्तार किया है. जिसमें फैक्ट्री के मालिक रेहान और उसका मैनेजर फुरकान शामिल है.
इन दोनों को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा. अधिकारियों ने बताया कि शुरुआती जांच के मुताबिक आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी. मृतकों में 34 के शव एलएनजेपी हॉस्पिटल में है और 9 के लेडी हार्डिंग में है. शवों का पोस्टमार्टम आज होगा.