Opposition Leader Meets Venkaiah Naidu: संसद के मानसून सत्र के आखिरी दिन राज्यसभा में हुए हंगामा पर बवाल बढ़ता जा रहा है. इस मुद्दे पर आज राज्यसभा में ज्यादातर विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू से मुलाकात की. मुलाकात में विपक्ष के नेताओं ने बुधवार की घटना समेत कई अन्य मुद्दों पर वेंकैया नायडू को अवगत कराया. हालांकि इस मुलाकात के दौरान टीएमसी और आम आदमी पार्टी जैसी पार्टियों के नेता शामिल नहीं रहे.
सभापति से मुलाकात में विपक्षी नेताओं ने एक ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में मुख्य तौर पर बुधवार को राज्यसभा में मार्शलों और विपक्षी सांसदों के बीच हुई धक्कामुक्की के मामले पर शिकायत की गई है. बैठक के बाद राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि जिस तरह सदन में 50-60 मार्शलों की मदद से विपक्ष के सांसदों और खासकर महिला सांसदों से बदसलूकी और धक्कामुक्की की गई, वो लोकतंत्र और संसद की मर्यादा के खिलाफ था. उन्होंने आरोप लगाया कि दो महिला सांसदों को इस धक्कामुक्की में चोटें भी आई है.
नेताओं ने अपने ज्ञापन में ये भी आरोप लगाया कि सरकार ने आनन फानन में कई बिल बिना चर्चा के पारित करवा लिए. एक आंकड़ा देते हुए विपक्षी नेताओं ने कहा है कि हर 10 मिनट में राज्यसभा में एक बिल पारित करवा लिया गया. विपक्षी नेताओं ने सरकार पर चर्चा से भागने का आरोप लगाते हुए ज्ञापन में कहा कि विपक्ष की ओर से पांच अहम मुद्दों पर चर्चा की मांग की गई थी. इनमें पेगासस जासूसी कांड, महंगाई, कृषि कानूनों की वापसी और देश के आर्थिक हालात पर चर्चा शामिल है.
विपक्षी नेताओं के प्रतिनिधिमंडल में मल्लिकार्जुन खगड़े के अलावा आनंद शर्मा, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार, शिवसेना सांसद संजय राउत, आरजेडी सांसद मनोज झा, डीएमके सांसद तिरुचि शिवा, सीपीआई नेता बिनॉय बिश्वम और अन्य नेता शामिल थे.
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