नई दिल्ली:  राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन वापस लेने की समय सीमा बुधवार को समाप्त होने के बाद एनसीपी प्रमुख शरद पवार, केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले और उच्च सदन के उप सभापति हरिवंश नारायण सिंह सहित 37 उम्मीदवारों को निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया गया.


निर्वाचन आयोग ने राज्यसभा की 55 सीटों के लिए 17 राज्यों में 26 मार्च को चुनाव कराये जाने की घोषणा की थी. चूंकि आज विभिन्न राज्यों में कई उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित घोषित किये गये हैं, इस तरह अब सिर्फ 18 सीटों पर अगले हफ्ते गुरुवार को चुनाव कराये जाएंगे.


राज्य सभा के लिए महाराष्ट्र में रिक्त हो रही सात सीटों, तमिलनाडु में छह, बिहार और पश्चिम बंगाल पांच-पांच सीटों, ओडिशा में चार, हरियाणा एवं असम में तीन-तीन, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में दो-दो और हिमाचल प्रदेश में एक सीट पर उम्मीदवारों को संबद्ध निर्वाचन अधिकारियों ने निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया है. नामांकन वापस लेने की समय सीमा बुधवार को समाप्त होने के बाद ये घोषणाएं की गई.


हर दो साल पर होने वाले इस चुनाव के लिए नामांकन भरने की अंतिम तारीख 13 मार्च थी.


पिछले साल कांग्रेस छोड़ कर शिवसेना में शामिल हुई प्रियंका चतुर्वेदी, अन्नाद्रमुक नेता एवं लोकसभा के पूर्व उपाध्यक्ष एम थंबीदुरई, तमिल मनीला कांग्रेस (एम) प्रमुख जी के वासन, प्रख्यात अधिवक्ता के टी एस तुलसी और कांग्रेस नेता दीपेन्द्र सिंह हुड्डा भी उच्च सदन के लिए निर्वाचित हुए हैं.


शरद पवार और रामदास आठवले निर्विरोध निर्वाचित हुए
महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार और केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्य मंत्री रामदास आठवले, शिवसेना की उप नेता प्रियंका चतुर्वेदी सहित सात उम्मीदवार उच्च सदन के लिए निर्विरोध निर्वाचित घोषित किये गये हैं. नामांकन वापस लेने की अंतिम समय सीमा समाप्त होने के बाद इस बारे में आज आधिकारिक घोषणा की गई.


राज्य से राज्यसभा के लिये निर्विरोध निर्वाचित घोषित किये अन्य उम्मीदवारों में NCP नेता एवं पूर्व मंत्री फौजिया खान, कांग्रेस के पूर्व सांसद राजीव सातव, भाजपा उम्मीदवार उदयनराजे भोंसले और भागवत कराड शामिल हैं.


हरियाणा से राज्यसभा के लिये BJP उम्मीदवार राम चंदर जांगरा और दुष्यंत कुमार गौतम तथा कांग्रेस उम्मीदवार दीपेंद्र सिंह हुड्डा बुधवार को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किये गये.



बिहार में सभी पांच सीटों पर उम्मीदवारों को निर्विरोध निर्वाचित


बिहार में सभी पांच सीटों पर उम्मीदवारों को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया, जिनमें जद(यू) और राजद के दो-दो उम्मीदवार और बीजेपी के एक उम्मीदवार शामिल हैं.


जद (यू) उम्मीदवार हरिवंश थे, जो राज्यसभा के मौजूदा उपसभापति हैं और मुख्यमंत्री एवं जद (यू) प्रमुख नीतीश कुमार के करीबी माने जाते हैं. इस पार्टी से एक अन्य उम्मीदवार पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर के पुत्र रामनाथ ठाकुर थे. यह उनका दूसरा कार्यकाल होगा. वहीं, बीजेपी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री सीपी ठाकुर के बेटे विवेक ठाकुर को अपना उम्मीदवार बनाया था.


राजद उम्मीदवार प्रेम चंद गुप्ता और अमरेंद्र धारी (एडी) सिंह थे. गुप्ता संप्रग-1 सरकार में केंद्र में मंत्री रहे थे. वहीं, सिंह एक उद्यमी हैं. राजनीति से उनके संबद्ध होने की कोई जानकारी नहीं है.


पश्चिम बंगाल की चार सीटों पर तृणमूल कांग्रेस


पश्चिम बंगाल में राज्यसभा की चार सीटों पर तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवारों को और एक सीट पर माकपा उम्मीदवार को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया. अधिकारियों ने बताया कि नामांकन वापस लेने की समय सीमा दोपहर तीन बजे समाप्त होने के बाद तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार अर्पिता घोष, दिनेश त्रिवेदी, सुब्रत बख्शी और मौसम नूर तथा कांग्रेस समर्थित माकपा उम्मीदवार बिकास रंजन भट्टाचार्य को निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया.


छत्तीसगढ़ की दो सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवार चुने गए


राज्यसभा की छत्तीसगढ़ में रिक्त हो रही दोनों सीटों के उम्मीदवारों कांग्रेस की फूलोदेवी नेताम और केटीएस तुलसी--को निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया गया है. भाजपा ने राज्य विधानसभा अपने संख्या बल को देखते हुए राज्य में कोई उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला किया था.


हिमाचल से बीजेपी के इंदु गोस्वामी निर्वाचित


हिमाचल प्रदेश में भाजपा के महिला मोर्चा की पूर्व प्रमुख इंदु गोस्वामी राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित घोषित की गई हैं. ओडिशा में बीजद के सभी चारों उम्मीदवार राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित घोषित किये गये हैं। दरअसल, विपक्षी भाजपा और कांग्रेस ने 26 मार्च को होने वाले इस चुनाव के लिए कोई उम्मीदवार नहीं उतारा था.


ओडिशा विधानसभा सचिव एवं राज्यसभा चुनाव के लिये राज्य के निर्वाचन अधिकारी दशरथी सतपति ने बीजद के चारों उम्मीदवारों--सुभाष सिंह, मुन्ना खान, सुजीत कुमार और ममता महंत के निर्वाचित होने की घोषणा की.



असम में बीजेपी और इसके सहयोगी दल बीपीएफ के दो उम्मीदवार चुने गए


असम में बीजेपी और इसके सहयोगी दल बीपीएफ के दो उम्मीदवार तथा कांग्रेस एवं एआईयूडीएफ समर्थित एक उम्मीदवार को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया है.


वहीं, राज्यसभा की तमिलनाडु में छह सीटों के लिए द्रमुक से तीन, अन्नाद्रमुक से दो और तमिल मनीला कांग्रेस (मूपनार) से एक उम्मीदवार को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया.


अन्नाद्रमुक उम्मीदवार एवं लोकसभा के पूर्व डिप्टी स्पीकर एम थंबीदुरई, द्रमुक उम्मीदवार एवं उच्च सदन के मौजूदा सदस्य तिरूची शिवा के अलावा, अन्नाद्रमुक के अन्य उम्मीदवार एवं पूर्व मंत्री के पी मुनुसामी और सत्तारूढ़ पार्टी के सहयोगी दल तमिल मनीला कांग्रेस (मूपनार) प्रमुख जी के वासन को निर्वाचित घोषित किया गया.मुख्य विपक्षी दल द्रमुक के एन आर एलांगो और पी सेलवारसु भी निर्वाचित घोषित किये गये.


तेलंगाना में सत्तारूढ़ टीआरएस के दोनों उम्मीदवार निर्वाचित


तेलंगाना में सत्तारूढ़ टीआरएस के दोनों उम्मीदवारों--के केशव राव और के आर सुरेश रेड्डी को निर्विरोध घोषित किया गया. राज्य से उच्च सदन के लिए दो सदस्यों--के वी पी रामचंद्र राव और जी मोहन का कार्यकाल नौ अप्रैल को समाप्त हो रहा है.


हरियाणा की सीटों पर क्या हुआ


हरियाणा में पिछले साल विधानसभा चुनाव में बीजेपी से निर्वाचित होने के बाद पार्टी के राम कुमार कश्यप के इस्तीफे और कांग्रेस नेता कुमारी शैलजा का उच्च सदन के सदस्य के तौर पर कार्यकाल अगले महीने खत्म होने के चलते राज्य में दो रिक्तियां हुई थी. जांगरा और दीपेंद्र का कार्यकाल अप्रैल 2026 तक होगा.


वहीं, तीसरी रिक्ति पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं बीजेपी नेता बीरेंद्र सिंह के इस्तीफे से बनी थी। इस सीट पर शेष अवधि के लिये गौतम उच्च सदन में निर्वाचित हुए हैं और उनका कार्यकाल अगस्त 2022 तक होगा.