नई दिल्ली: राज्यसभा में गुजरात की तीन और पश्चिम बंगाल की छह सीटों के लिए आज चुनाव होना है. आज सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक मतदान होगा. शाम पांच बजे वोटों की गिनती शुरू होगी और शाम सात बजे तक नतीजे आ जाएंगे. सभी नौ सीटों पर सांसदों का कार्यकाल 18 अगस्त को पूरा हो रहा है. इन सभी चुनावों में सबसे दिलचस्प मुकाबला गुजरात का माना जा रहा है.


अहमद पटेल का आज बड़ा इम्तिहान


कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल का आज बड़ा इम्तिहान है. गुजरात में आज राज्यसभा की तीन सीटों के लिए मतदान है. जिसमें दो सीटों पर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की जीत तय मानी जा रही है. लेकिन तीसरी सीट के लिए अहमद पटेल की दावेदारी को बीजेपी ने तीसरा उम्मीदवार खड़ा करके संकट में डाल दिया है. हालांकि अहमद पटेल मीडिया के सामने यही दावा कर रहे हैं कि उनकी जीत पक्की है.


अहमद पटेल भले ही जीत का दावा कर रहे हों, लेकिन राज्यसभा चुनाव की चाबी गुजरात के विधायकों के पास है, जिनका मौजूदा गणित यही बता रहा है कि अहमद पटेल के लिए राज्यसभा की राह आसान नहीं होगी.


गुजरात में क्या है राज्यसभा चुनाव का गणित


गुजरात में राज्यसभा की तीन सीटों के लिए हो रहे चुनाव में बीजेपी ने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और कांग्रेस छोड़कर आए बलवंत सिंह को उम्मीदवार बनाया है. वहीं, कांग्रेस की तरफ से अहमद पटेल इकलौते उम्मीदवार हैं.


गुजरात के विधायकों का गणित


गुजरात विधानसभा में कुल 182 सदस्य हैं. - 6 कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे के बाद अब विधानसभा में 176 विधायक बचे हैं. इनमें बीजेपी के 121 और कांग्रेस के 51 विधायक हैं. जीत के लिए हरेक उम्मीदवार को कम से कम 45 विधायकों के वोट चाहिए. बीजेपी विधायकों की संख्या के मद्देनज़र अमित शाह और स्मृति ईरानी की जीत तय है.


बीजेपी के तीसरे उम्मीदवार के पास सिर्फ 31 वोट


बीजेपी के तीसरे उम्मीदवार बलवंत सिंह के पास उनकी पार्टी आंकड़ों के हिसाब से सिर्फ 31 वोट हैं, लेकिन बीजेपी बाहरी विधायकों के वोट झटकने की उम्मीद में बलवंत की जीत का दावा कर रही है. कांग्रेस के 51 विधायकों के आधार पर अहमद पटेल की जीत पक्की होनी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं है.  अहमद पटेल के पाले में कांग्रेस के वो 44 विधायक ही पक्के माने जा रहे हैं, जिन्हें पहले बेंगलूरु और फिर आणंद के रिजॉर्ट में एक साथ रखा गया है.


शंकर सिंह वाघेला के समर्थक वाले विधायकों पर सस्पेंस बरकरार


कांग्रेस के जो विधायक बेंगलूरू नहीं गए, उनके पाला बदलकर बीजेपी को वोट देने की आशंका जाहिर की जा रही है, इनमें कांग्रेस छोड़ने का एलान कर चुके शंकर सिंह वाघेला और उनके समर्थक समझे जाने वाले विधायक शामिल हैं. हालांकि कांग्रेस उम्मीद जाहिर कर रही है कि उसके सभी विधायक आखिरकार अहमद पटेल को ही वोट देंगे.


हालांकि शंकर सिंह वाघेला ने अब तक ये खुलासा नहीं किया है कि वो और उनके समर्थक विधायक किसे वोट देंगे. वाघेला सिर्फ इतना कह रहे हैं कि वो NOTA यानी किसी भी उम्मीदवार को वोट नहीं देने का विकल्प नहीं चुनेंगे.


ऐसे में माना यही जा रहा है कि बलवंत सिंह से रिश्तेदारी और कांग्रेस नेतृत्व से नाराज़गी के चलते वाघेला बीजेपी को ही वोट देंगे, लेकिन वाघेला ने अहमद पटेल से अपने पुराने और अच्छे संबंधों की दुहाई देकर सस्पेंस और बढ़ा दिया है.


एनसीपी विधायक देंगे बीजेपी को वोट!


गुजरात में एनसीपी के दो विधायकों का रुख भी चुनाव के गणित को और उलझा रहा है. एनसीपी के एक विधायक कांधल जाडेजा ने तो दावा किया है कि उनकी पार्टी ने बीजेपी को वोट देने का फैसला किया है. लेकिन एनसीपी के दूसरे नेता अहमद पटेल का साथ देने की बात कर रहे हैं.


गुजरात में नीतीश कुमार की पार्टी JDU के भी एक विधायक हैं, जिन्हें उनकी पार्टी के मौजूदा रुझान के चलते बीजेपी के पक्ष में माना जा रहा है, लेकिन एक दलील ये भी है कि गुजरात के JDU विधायक शरद यादव खेमे के हैं, इसलिए वो अहमद पटेल को वोट दे सकते हैं.


कुल मिलाकर अहमद पटेल राज्यसभा पहुंचेंगे या नहीं, ये सवाल बेहद दिलचस्प हो गया है. जिसका जवाब आज शाम तक सबके सामने आ जाएगा.