Parliament Session: लखीमपुर हिंसा मामले पर राज्यसभा में हंगामा, कांग्रेस ने लोकसभा में स्थगन नोटिस दिया, अजय मिश्रा को हटाने की मांग
Rajya Sabha proceedings adjourned: 12 सांसदों का निलंबन रद्द करने की मांग को लेकर विपक्ष के हंगामे के चलते राज्यसभा को दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित किया गया.
Opposition protest on Lakhimpur Violence: संसद के शीतकालीन सत्र में आज भी विपक्ष का हंगामा जारी है. अब विपक्ष लखीमपुर हिंसा मामले को लेकर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी की बर्खास्तगी की मांग कर रहा है. साथ ही राज्यसभा में 12 सांसदों का निलंबन रद्द करने की मांग भी उठ रही है. 12 सांसदों का निलंबन रद्द करने की मांग को लेकर विपक्ष के हंगामे के चलते राज्यसभा को दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित किया गया. लोकसभा दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दी गई.
राज्यसभा में कांग्रेस ने निलम्बित सांसदों के साथ लखीमपुर मामले को भी उठाने की कोशिश की लेकिन स्पीकर में कहा कि लिखित नोटिस नहीं दिया है इसलिए इस मामले पर चर्चा नहीं हो सकती. इसके बाद हंगामे के कारण राज्यसभा 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. वहीं आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने कहा, अजय मिश्रा टेनी को तत्काल बर्खास्त करना चाहिए, मंत्री जी ने लखीमपुर हत्याकांड से ठीक पहले धमकी दी थी.
कांग्रेस ने लोकसभा में स्थगन नोटिस दिया
कांग्रेस सांसदों ने बुधवार को लोकसभा में लखीमपुर खीरी की घटना पर चर्चा के लिए कई स्थगन नोटिस दिए और एसआईटी की रिपोर्ट के बाद हिंसा को 'पूर्व नियोजित' करार देते हुए केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को हटाने की मांग की. राहुल गांधी ने पार्टी के मुख्य सचेतक के सुरेश और मनिकम टैगोर के साथ मिलकर टेनी को हटाने के लिए दबाव डाला. उनके बेटे ने कथित तौर पर उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में 3 अक्टूबर को तीन विवादास्पद कृषि कानूनों का विरोध करते हुए चार किसानों को कुचल दिया था.
मंगलवार को, लखीमपुर खीरी हिंसा की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) के समक्ष एक आवेदन दायर कर 13 आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास के आरोपों के तहत उनके अपराध को दंडनीय बनाने के लिए नई धाराओं को शामिल करने का अनुरोध किया. एसआईटी जांच अधिकारी विद्याराम दिवाकर ने सीजेएम की अदालत में आईपीसी की धारा 279, 338 और 304 ए की जगह वारंट में नई धाराएं जोड़ने के लिए आवेदन दायर किया था. अपने आवेदन में, जांच अधिकारी ने कहा था कि "घटना सुनियोजित और एक जानबूझकर की गई साजिश के तहत रची गई थी."