गांधीनगर: गुजरात में अहमद पटेल को राज्यसभा पहुंचाने के लिए 44वां वोट ही वरदान साबित हुआ. सवाल है कि आखिर ये 44वां वोट किसका था. इस वोट पर दावेदारी साबित करने के लिए एक नहीं बल्कि तीन-तीन उम्मीदवार सामने आए हैं.


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गुजरात से अहमद पटेल राज्यसभा चुनाव जीतने में कामयाब हो गए, लेकिन एक सवाल अभी भी अनसुलझा है कि आखिर जीत के लिए जरूरी 44वां वोट किसका था. इस सवाल के जवाब के लिए एनसीपी, जेडीयू और बीजेपी के विधायक सामने आए हैं.


दावेदार नंबर एक- एनसीपी विधायक


पहला दावा एनसीपी ने किया है. गुजरात एनसीपी के प्रवक्ता का दावा है कि अहमद पटेल को मिला 44वां वोट उऩ्हीं की पार्टी के विधायक का था. एनसीपी के गुजरात में दो विधायक हैं, लेकिन एनसीपी के एक ही विधायक ने अहमद पटेल को वोट दिया है. परसों वोटिंग खत्म होने के बाद एनसीपी विधायक जयंत बोस्की ने कोई बयान नहीं दिया था, लेकिन अहमद पटेल के जीतने के बाद उन्होंने अपना दावा ठोका.


दावेदार नंबर दो- जेडीयू के विधायक


जेडीयू के विधायक छोटू भाई वसावा ने वोट देने के तुरंत बाद अपना वोट अहमद पटेल को देने का एलान कर दिया था.


दावेदार नंबर तीन- बीजेपी के विधायक


44वें वोट के तीसरे दावेदार नलिन भाई कोटड़िया हैं. नलिन भाई कोटड़िया बीजेपी के विधायक हैं. पहले उन्होंने ऐलान किया था कि वो बीजेपी को वोट देंगे, लेकिन वोटिंग खत्म होने के बाद उन्होंने एक वीडियो जारी कर कांग्रेस के अहमद पटेल को वोट देने का एलान कर दिया था.


अहमद पटेल को राज्यसभा चुनाव में 44 वोट मिले थे. जिसमें कांग्रेस विधायकों के 43 वोट शामिल थे. जबकि एक वोट किसी और ने दिया. अब ये एक वोट किसका था, ये तीन विधायक उस पर अपना दांवा ठोक रहे हैं.