ब्रह्मकुमारी संस्थान की प्रमुख राजयोगिनी दादी जानकी का निधन, पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि
महिलाशक्ति की प्रेरणास्त्रोत राजयोगिनी दादी जानकी का जन्म एक जनवरी 1916 को पाकिस्तान के हैदराबाद के सिंध प्रांत में हुआ था.दादी का अंतिम संस्कार ब्रह्मकुमारी संस्थान के मुख्यालय स्थित शांति वन परिसर में शुक्रवार को किया जायेगा.
जयपुर: आध्यात्मिक संस्थान ब्रह्मकुमारी की प्रशासक राजयोगिनी दादी जानकी का लंबी बीमारी के बाद 104 साल की उम्र में निधन हो गया है. संस्थान की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, दादी जानकी का निधन माउंट आबू के एक अस्पताल में गुरुवार देर रात दो बजे हुआ. वह पिछले दो महीने से सांस और पेट संबंधी बीमारियों से पीड़ित थीं.
मोदी ने ट्वीट कर दी श्रद्धांजलि
दादी का अंतिम संस्कार ब्रह्मकुमारी संस्थान के मुख्यालय स्थित शांति वन परिसर में शुक्रवार को किया जायेगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर संवेदना व्यक्त की है. मोदी ने अपने ट्वीट में कहा, 'ब्रह्मकुमारी की प्रमुख राजयोगिनी दादी जानकी जी, ने समाज की सेवा पूरी लगन के साथ की है. उन्होंने दूसरों के जीवन में सकारात्मक अंतर लाने का प्रयास किया. महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में उनके प्रयास उल्लेखनीय थे. इस दुख की घड़ी में मेरे विचार उनके अनगिनत अनुयायियों के साथ हैं. ओम शांति. '
Rajyogini Dadi Janki Ji, Chief of the Brahma Kumaris, served society with diligence. She toiled to bring a positive difference in the lives of others. Her efforts towards empowering women were noteworthy. My thoughts are with her countless followers in this sad hour. Om Shanti. pic.twitter.com/nCUwyh58f8
— Narendra Modi (@narendramodi) March 27, 2020
21 साल की आयु में चुना अध्यात्म का रास्ता
संस्थान की ओर से जारी बयान के मुताबिक, ‘‘महिलाशक्ति की प्रेरणास्त्रोत राजयोगिनी दादी जानकी का जन्म एक जनवरी 1916 को पाकिस्तान के हैदराबाद के सिंध प्रांत में हुआ था. 21 साल की आयु में उन्होंने अध्यात्म का रास्ता चुना. 1970 में वह भारतीय दर्शन, राज योग और मानवीय मूल्यों की स्थापना के लिए पश्चिमी देशों में चली गईं. उन्होंने 140 देशों में 140 सेवा केंद्र स्थापित किये.”
इसमें कहा गया कि उन्हें स्वच्छता बनाए रखने के क्षेत्र में उनके कार्यों के लिए सरकार द्वारा ब्रांड एंबेसडर के रूप में नियुक्त किया गया था. बयान के मुताबिक 46,000 महिलाओं सहित लगभग 20 लाख लोग ब्रह्मकुमारी संस्थान से जुड़े हैं. विश्व में स्थापित 8000 सेवा कें पर मुख्य प्रशासक महिलाएं हैं.
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