(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
'MSP पर कानून नहीं बना तो पूरे देश को नुकसान होगा', किसानों के दिल्ली कूच के बीच राकेश टिकैत की चेतावनी
Rakesh Tikait on Farmers Protest: राकेश टिकैत इससे पहले हुए किसान आंदोलन में प्रदर्शनकारी अन्नदाताओं के पोस्टरबॉय रहे लेकिन इस बार वह शुरुआत में अधिक सक्रिय नहीं नजर आए थे.
Rakesh Tikait on Farmers Protest: भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत भले ही किसान आंदोलन 2.0 में फिलहाल पोस्टरबॉय के रूप में नहीं नजर आए हों मगर वह पर्दे के पीछे रहकर भी खासा सक्रिय हैं. न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) सहित कई मांगों को लेकर अन्नदाताओं के दिल्ली चलो मार्च को लेकर वह बोले कि दिल्ली कूच को लेकर वे लोग योजना बना रहे हैं.
राकेश टिकैत के मुताबिक, संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) की चंडीगढ़ में कल बैठक है जहां आगे की रणनीति हम तय करेंगे. यह मीटिंग फिजिकल (आमने-सामने नेता रहेंगे) होगी. 1 दिन की इस बैठक में देश भर के किसान आएंगे.
किसान नेता ने इस बात पर भी जोर दिया कि एमएसपी को लेकर गांरटी कानून बनना चाहिए. अगर एमएसपी पर कानून नहीं बनेगा तो पूरे देश को नुकसान होगा. सरकार बात नहीं मान रही है.
दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शनकारी किसानों के 'दिल्ली चलो' मार्च फिर से शुरू करने की घोषणा के बाद बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा बढ़ा दी और सुरक्षाकर्मियों को टीकरी, सिंघू और गाजीपुर सीमाओं पर कड़ी निगरानी करने का निर्देश दिया है. दरअसल, एक दिन पहले ही किसानों ने केंद्र द्वारा पांच साल तक दालें, मक्का और कपास न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीदने के केंद्र के प्रस्ताव को खारिज कर दिया और अपना आंदोलन जारी रखने की घोषणा की थी.
कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी सुरक्षा बल तैनात करने के बाद दिल्ली-गुरुग्राम, दिल्ली-बहादुरगढ़ और कई अन्य सड़कों पर जाम रहा. किसान नेताओं के साथ चौथे दौर की बातचीत में तीन केंद्रीय मंत्रियों की समिति ने रविवार को प्रस्ताव दिया था कि किसानों के साथ समझौता करने के बाद सरकारी एजेंसियां पांच साल तक दालें, मक्का और कपास एमएसपी पर खरीदेंगी. लेकिन, किसान नेताओं ने इस प्रस्ताव को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि यह किसानों के हित में नहीं है.