Rakesh Tikait On Farm Law Repeal Bill: लोकसभा में शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन सोमवार को कृषि कानून वापसी बिल पास हो गया. कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने इस बिल को संसद के पटल पर रखा. हालांकि, विपक्ष की तरफ से लगातार शोर शराबे के चलते लोकसभा को पहले 12 बजे तक स्थगित किया गया और उसके बाद फिर 2 बजे तक स्थगित कर दिया गया है. इधर, लोकसभा में कृषि कानून वापसी बिल पारित होने पर किसान नेता राकेश टिकैत ने खुशी जाहिर की. कृषि कानून वापसी बिल लोकसभा से पास होने के फौरन बाद संयुक्त किसान मोर्चा के नेता राकेश टिकैत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि ये अच्छा हुआ है. एक बड़ी बीमारी थी उसका रोग कट गया. उन्होंने कहा कि सरकार दूसरे समाधान पर भी बातचीत करे.


राकेश टिकैत बोले- खत्म नहीं होगा आंदोलन


राकेश टिकैत ने आगे कहा कि एमएसपी एक बड़ा सवाल है उस पर सरकार बातचीत करें. इसके अलावा, प्रदूषण एक बड़ा मसला है, उस पर बातचीत करे. दस साल पूराना ट्रैक्टर का विषय है, उस पर चर्चा करें. उन्होंने कहा कि जब विपक्ष कह रहा था कि एमएसपी चर्चा हो, उस पर हो. राकेश टिकैत ने कहा कि विपक्ष ये बिल्कुल ठीक कह रहा है कि एमएसपी पर कानून बने. उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि एमएसपी पर कानून बने.  राकेश टिकैत ने कहा कि कृषि कानून बिल वापसी बिल पास हो गया और दूसरे मुद्दे पर सरकार बात करे. संयुक्त किसान मोर्चा ने आगे कहा कि अभी आंदोलन खत्म नहीं होगा. उन्होंने कहा कि 700 किसानों की मौत हो गई, ऐसे में कैसे जश्न मनाएं.


बिना चर्चा कृषि विधि निरसन विधेयक 2021 को लोकसभा से मंजूरी


संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सोमवार को लोकसभा ने विपक्ष के हंगामे के बीच तीन विवादास्पद कृषि कानूनों को निरस्त करने संबंधी कृषि विधि निरसन विधेयक 2021 को बिना चर्चा के ही मंजूरी प्रदान कर दी. एक बार के स्थगन के बाद दोपहर बारह बजे निचले सदन की कार्यवाही शुरू होने पर अध्यक्ष ओम बिरला ने सभा पटल पर आवश्यक कागजात रखवाये.


इसके बाद कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने संबंधी कृषि विधि निरसन विधेयक 2021 पेश किया. इसके फौरन बाद कांग्रेस सहित विपक्षी दलों ने विधेयक पर चर्चा कराने की मांग शुरू कर दी. हालांकि अध्यक्ष ने कहा कि सदन में व्यवस्था नहीं है. कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि आज सदन में नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है. इस विधेयक को चर्चा एवं पारित होने के लिये रखे जाने की बात कही गई लेकिन इस पर सरकार चर्चा क्यों नहीं करना चाहती है. कई अन्य विपक्षी सदस्यों को भी कुछ कहते देखा गया लेकिन शोर शराबे में उनकी बात नहीं सुनी जा सकी.


लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि सदन में व्यवस्था नहीं है और इस हालात में चर्चा कैसे करायी जा सकती है. आप (विपक्षी सदस्य) व्यवस्था बनाये तब चर्चा करायी जा सकती है. इसके बाद सदन ने शोर शराबे में भी ही बिना चर्चा के कृषि विधि निरसन विधेयक 2021 को मंजूरी दे दी.


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