किसान आंदोलन: राकेश टिकैत बोले- कानूनों पर केंद्र से फिर बातचीत को तैयार, वापस हों कृषि कानून
हरियाणा के हिसार में किसानों द्वारा आहूत प्रदर्शन के मद्देनजर सुरक्षा कड़ी कर दी गयी है. जिले में पिछले रविवार को हुई हिंसक झड़प के सिलसिले में 300 से ज्यादा किसानों के खिलाफ मामला दर्ज किए जाने के बाद किसानों ने प्रदर्शन का आह्वान किया है.
चंडीगढ़: भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) नेता राकेश टिकैत ने रविवार को कहा कि किसान संगठन केन्द्र के साथ बातचीत फिर शुरू करने को तैयार हैं, लेकिन यह बातचीत नये कृषि कानूनों को वापस लेने पर होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि मांगें पूरी होने से पहले किसानों के प्रदर्शन स्थल से हटने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता.
टिकैत मोहाली में अभय सिंह संधू के परिवार से मिलकर शोक जताने पहुंचे थे. स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह के भतीजे संधू की हाल ही में कोविड के बाद आयी जटिलताओं के कारण मौत हो गई. टिकैत ने कहा, ‘‘जब सरकार बात करना चाहेगी, संयुक्त किसान मोर्चा बात करेगा.’’ उन्होंने कहा कि लेकिन बातचीत केन्द्र के नये कृषि कानूनों को वापस लेने पर होनी चाहिए.
वहीं हरियाणा के हिसार में किसानों द्वारा आहूत प्रदर्शन के मद्देनजर सुरक्षा कड़ी कर दी गयी है. जिले में पिछले रविवार को हुई हिंसक झड़प के सिलसिले में 300 से ज्यादा किसानों के खिलाफ मामला दर्ज किए जाने के बाद किसानों ने प्रदर्शन का आह्वान किया है.
किसान आंदोलन: SKM की 9 सदस्यीय समिति पर उठे सवाल
लंबे समय से चल रहे किसान आंदोलन के बीच खबर आ रही है कि किसान संगठनों के बीच मतभेद शुरू हो गया है. संगठनों के बीच उत्पन्न हुए मतभेद का कारण पीएम मोदी को बातचीत दोबारा शुरू करने के लिए लिखे जाने वाला पत्र और योगेंद्र यादव की भूमिका को माना जा रहा है. कुछ किसान संगठन किसानों के मुद्दे पर एक बार फिर से सरकार के साथ बातचीत शुरू करना चाहते हैं. जबकि कुछ नेता सरकार से बिना बात किये आंदोलन को आगे बढ़ाना चाहते. जिसे लेकर खींचतान शुरू हो गई है.
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