चीनी राखियों को चुनौती: एमपी के इंदौर से BJP सांसद बनवा रहे एक लाख स्वदेशी राखियां
कुछ राखियां भारतीय सेना के उन 20 बहादुर जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिये भी बनायी गयी हैं जो पिछले महीने लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों से संघर्ष करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए थे.
इंदौर: स्थानीय ग्राहकों में चीन से आयातित सामान के बहिष्कार की भावना बलवती होने का दावा करते हुए इंदौर लोकसभा क्षेत्र के बीजेपी सांसद शंकर लालवानी ने शनिवार को कहा कि वह रक्षाबंधन के त्योहार के मद्देनजर गैर सरकारी संगठनों से एक लाख स्वदेशी राखियां बनवा रहे हैं.
22 गैर सरकारी संगठनों से जुड़ी महिला बना रही हैं एक लाख राखी
लालवानी ने बताया, "भारत को आत्मनिर्भर बनाने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील के बाद हम शहर के 22 गैर सरकारी संगठनों से जुड़ी महिलाओं की मदद से एक लाख स्वदेशी राखियां बनवा रहे हैं ताकि स्थानीय बाजार में चीन से आने वाली राखियों को चुनौती दी जा सके."
उन्होंने कहा, "अलग-अलग तरह के चीनी सामान के किफायती विकल्प तैयार करने में हालांकि स्वदेशी निर्माताओं को थोड़ा समय लगेगा. लेकिन स्थानीय ग्राहकों के मन में चीनी सामान के बहिष्कार की भावना मजबूत हो रही है." लालवानी ने बताया कि स्वदेशी राखियों को आम लोगों तक पहुंचाने के लिये शहर के अलग-अलग स्थानों पर बिक्री केंद्र खोले जायेंगे. इन राखियों को ऑनलाइन बेचने की भी योजना है. इस बिक्री से मिलने वाली रकम राखी बनाने वाले गैर सरकारी संगठनों को दी जायेगी.
तीन अगस्त को मनाया जायेगा रक्षाबंधन का त्योहार
उन्होंने यह भी बताया कि गैर सरकारी संगठनों ने प्रधानमंत्री के सम्मान में विशेष राखी बनायी है. कुछ राखियां भारतीय सेना के उन 20 बहादुर जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिये भी बनायी गयी हैं जो पिछले महीने लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों से संघर्ष करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए थे. इस बार रक्षाबंधन का त्योहार तीन अगस्त को मनाया जायेगा.
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