Ram Janmbhoomi Temple: रामलला की मंदिर में लगेगी कौन सी मूर्ति, पुराने कारसेवकों के घरवालों को भी भेजा गया निमंत्रण, जानिए सबकुछ
Ayodhya Ramjanmbhoomi Temple: अयोध्या में बन रहे भव्य श्री राम जन्मभूमि मंदिर के उद्घाटन की तैयारियां चल रही हैं. इसमें सभी पंत के साधु संतों को आमंत्रित किया गया है.
Ayodhya Ram Temple: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर बनकर लगभग तैयार है. इसका उद्घाटन अगले साल 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करने वाले हैं. जिसकी तैयारियां जोरो शोरों से चल रही हैं. श्री राम जन्मभूमि मंदिर में होने जा रहे प्राण प्रतिष्ठा समारोह के कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए कई तरह के इंतजाम किए हैं.
सभी परंपराओं के साधु संतों के साथ ही 1992 से 1984 के बीच सक्रिय रहे पत्रकारों और कारसेवकों के घरवालों को भी निमंत्रण भेजा गया है. प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की शुरुआत 16 जनवरी से हो जाएगी. जानिए इससे जुड़ी कुछ खास और बड़ी बातें.
1. सभी परम्पराओं के साधु-सन्त के साथ ही किसी भी क्षेत्र में देश का सम्मान बढ़ाने वाले सभी प्रमुख लोगों को आमंत्रित किया गया है.
2. नवस्थापित तीर्थक्षेत्रपुरम (बाग बिजैसी) में टिन का नगर बसाया गया है जिसमे 6 नलकूप, 6 रसोई घर और दस बिस्तरों वाला एक अस्पताल स्थापित किया जा रहा.
3. देशभर के लगभग डेढ़ सौ चिकित्सकों ने इसमें क्रमिक सेवा के लिए अपनी स्वीकृति दी है.
5. इसके साथ नगर के हर कोने में लंगर, भोजनालय, भण्डारा, अन्नक्षेत्र चलेंगे.
6. करीब चार हजार सन्तों को आमंत्रण भेजा गया है. प्रयास है कि सभी परम्पराओं के सन्त आएं. सभी शंकराचार्य महामण्डलेश्वर सिख और बौद्ध पंथ के शीर्ष सन्तों को बुलावा भेजा गया है.
7. स्वामी नारायण, आर्ट ऑफ लिविंग, गायत्री परिवार, किसान, कला जगत के प्रमुख लोगों को आमंत्रित किया गया है.
8. 1992 से 1984 के बीच सक्रिय पत्रकारों को भी बुलावा भेजा गया है. कारसेवकों के परिजनों को भी निमंत्रण भेजा गया है.
9. रामलला की मूर्ति गणेश भट्ट, अरुण योगिराज, सत्यनारायण पांडेय टियर कर रहे हैं, इनमें में से जो भी मूर्तिकार पांच साल के बालक की कोमलता को उकेरने में सफल होगा, उसी की मूर्ति चुनी जाएगी.
10. प्राण-प्रतिष्ठा समारोह का पूजन 16 जनवरी से शुरू हो जाएगा. काशी के गणेश्वर शास्त्री द्राविड़, लक्ष्मीकांत दीक्षित (कर्मकांड) पूजा सम्पन्न कराएंगे. प्राण-प्रतिष्ठा पूजन के बाद 48 दिन की मंडल पूजा होगी जो विश्वप्रसन्न तीर्थ जी के नेतृत्व में होगी.