Ram Lalla Pran Pratishtha: रामलला की पूजा के दौरान राज्यवर्धन राठौर ने पहने जूते? कांग्रेस बोली- ‘एक नई परंपरा शुरू’
Ayodhya Ram Mandir: 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन बीजेपी नेता राज्यवर्धन सिंह राठौर ने भी पूजा की. उनकी एक तस्वीर कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर शेयर की है.
Congress On Rajyavardhan Rathore: कांग्रेस ने मंगलवार (23 जनवरी) को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता राज्यवर्धन सिंह राठौर पर आरोप लगाया कि उन्होंने भगवान राम की पूजा करते समय जूते पहन रखे थे. कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने राज्यवर्धन की एक फोटो शेयर की, जिसमें वह पूजा करते हुए दिख रहे हैं. कांग्रेस नेता ने कहा कि जूते पहनकर भगवान की पूजा करने की नई परंपरा शुरू की गई है.
कांग्रेस नेता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “धर्म के स्वयंभू ठेकेरदारों ने हिंदू धर्म में जूता पहनकर पूजा करने की नई परंपरा शुरू कर दी है.” हालांकि कांग्रेस के इस आरोप पर राज्यवर्धन सिंह राठौर की अभी कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है.
हिंदू धर्म में जूता पहन कर पूजा करने की नई परंपरा, धर्म के स्वयंभू ठेकेदारों ने शुरू कर दी है pic.twitter.com/OJMqyTHNfR
— Supriya Shrinate (@SupriyaShrinate) January 23, 2024
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन लोगों ने घरों में की पूजा
22 जनवरी को राम मंदिर के उद्घाटन वाले दिन कई नेता और राम भक्त अयोध्या नहीं पहुंच पाए थे, ऐसे में इन लोगों ने अपने-अपने घरों में पूजा करके रामलला प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में हिस्सा लिया. साथ ही रात के समय दीप प्रज्वल्लित करके दीपोत्सव मनाया. इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में हिस्सा लिया था.
लाखों लोगों ने अपने घरों और मंदिरों में टेलीविजन पर 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह देखा और इस ऐतिहासिक पल का आनंद लिया. अयोध्या में राम मंदिर के प्रतिष्ठा समारोह को पूरे देश में उत्साह के साथ मनाया गया.
मंगलवार को उमड़ पड़ा आस्था का हुजूम
सदियों की प्रतीक्षा के बाद श्रीरामलला सोमवार को अपने नव्य, भव्य, दिव्य मंदिर में विराजमान हुए तो मंगलवार को पौ फटने से पहले ही उनके दर्शन को आतुर लाखों श्रद्धालु उमड़ पड़े. हाड़ कंपाने वाली ठंड के बावजूद अयोध्या की सड़कों पर आस्था का हुजूम उमड़ पड़ा. धर्मपथ, राम पथ और श्रीराम जन्मभूमि पथ के मार्गों पर तिल रखने की जगह नहीं दिख रही थी.
भीड़ के चलते रामलला के कपाट एक घंटे पहले खोले गए. तड़के तीन बजे से ही दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा था. लोगों में मंदिर के अंदर जाने के लिए होड़ मची. ऐसे में मंदिर के अंदर खचाखच भीड़ के बीच एटीएस और आरएएफ कमांडो दाखिए हुए. मंदिर के कपाट तो सुबह सात बजे खुले लेकिन रात के दूसरे पहर से ही दर्शनार्थी श्रद्धालुओं की कतार लग गई थी.