नई दिल्ली: केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जितेंद्र सिंह और बीजेपी महासचिव राम माधव ने बीजेपी जम्मू-कश्मीर अध्यक्ष रविंदर रैना को कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद खुद को 'होम क्वॉरंटीन' कर लिया है. मंत्री ने मंगलवार को कहा कि वह शाम चार बजे से सेल्फ क्वॉरंटीन में चले गए हैं. वह 12 जुलाई को रविंदर रैना के साथ श्रीनगर से बांदीपोरा गए थे.
डॉक्टरों ने कहा कि रैना को रियासी जिले में कटरा शहर के नारायण अस्पताल में आइसोलेशन में रखा गया है. इसी कारण से माधव भी कुछ दिनों तक क्वॉरंटीन में हैं. उन्होंने कहा, "दो हफ्तों में मेरा पांच बार टेस्ट किया गया, रिपोर्ट में निगेटिव पाया गया हूं. फिर भी मेरी और दूसरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सावधानी बरत रहा हूं."
अभी दो दिन पहले, जम्मू-कश्मीर अध्यक्ष रविंदर रैना ने केंद्रीय राज्य मंत्री (पीएमओ) जितेंद्र सिंह, बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव और कुछ अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ बीजेपी के स्थानीय नेता वसीम बारी के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की थी, जिन्हें उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा शहर में भाई और पिता के साथ आतंकवादियों ने मार डाला था.
अधिकारियों से लॉकडाउन लगाने की मांग
जम्मू-कश्मीर में कोरोना से मरने वालों की संख्या बढ़कर 184 हो गई है. कोरोना के बढ़ते मामलों और मौतों से जहां अधिकारी चिंता में हैं, वहीं लोगों में दहशत है. इस केंद्र शासित प्रदेश में संक्रमित लोगों की संख्या 10 हजार को पार कर गई है. यहां लोगों ने मास्क पहनने, सोशल डिस्टेंसिंग समेत रोकथाम के अन्य उपायों को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया है. विशेषज्ञों का कहना है कि लॉकडाउन लागू न होने पर घाटी में स्थिति हाथ से निकल सकती है.
स्कूल, कॉलेज पर प्रतिबंध जारी
यहां स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय, कोचिंग सेंटर और धार्मिक समारोहों पर अभी भी प्रतिबंध है, लेकिन कश्मीर में बागानों और पार्कों को फिर से खोलने के अधिकारियों के फैसले की कड़ी आलोचना हुई है. खासकर युवा वर्ग सावधानियों को लेकर लगातार अनदेखी कर रहा है. इन हालात को देखते हुए नागरिक समाज के सदस्यों, डॉक्टरों, व्यापारियों और समाज के अन्य वर्गों ने अधिकारियों से अपील की है कि वे फिर से लॉकडाउन लागू करें.
इस मांग पर प्रतिक्रिया देते हुए कश्मीर के डिविजनल कमिश्नर पी.के. पोल ने कहा कि लॉकडाउन को फिर से लागू करने की मांग पर विचार चल रहा है, लेकिन इस बारे में अभी तक कोई फैसला नहीं किया गया है.
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