तुलसी गबार्ड की शादी में PM मोदी ने भेजा था बेहद खूबसूरत गिफ्ट...राम माधव ने सुनाया किस्सा
बीजेपी के वरिष्ठ नेता राम माधव ने कहा, 'जहां भी धार्मिक आतंक होता है तुलसी गबार्ड ने हमेशा प्रखरता से उसका विरोध किया है. वो चाहे बांग्लादेश हो, मिडिल ईस्ट हो या फिर हिंदुओं पर हो रहे हमले हों.'

फ्रांस के बाद अमेरिकी दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार (13 फरवरी, 2025) को अमेरिका की नेशनल इंटेलिजेंस डायरेक्टर तुलसी गबार्ड से मुलाकात की. इस मुलाकात को लेकर बीजेपी के वरिष्ठ नेता राम माधव ने जानकारी देते हुए कहा, 'ये बात सही है कि तुलसी गबार्ड के इस पद पर आने के बाद पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर रही हैं. पर ये भी सच है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और तुलसी गबार्ड एक दूसरे को कई वर्षों से जानते हैं. खासतौर से तबसे, जब तुलसी गबार्ड कांग्रेस वुमन थी तब भी उनका कई बार पीएम मोदी से मिलना रहा है.'
राम माधव ने बताया, '2014 से लेकर अभी तक कई बार पीएम मोदी और तुलसी गबार्ड की मुलाकात हुई है. अब इस मुलाकात को लेकर इतनी ज्यादा चर्चा इसलिए हो रही है क्योंकि अमेरिका के सिस्टम में जो डायरेक्टर ऑफ इंटेलिजेंस का पद है ये करीब दो दशक पुराना पद है. अमेरिका में इसका बहुत महत्व इसलिए है क्योंकि ये अंदरूनी सुरक्षा और पूरे विश्व में इंटेलिजेंस गैदरिंग में बहुत बड़ी भूमिका निभाता है.'
PM मोदी को भेजा था शादी का निमंत्रण
उन्होंने कहा, जब तुलसी गबार्ड की शादी हुई थी तो उन्होंने पीएम मोदी को निमंत्रण भेजा था. और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शुभकामनाओं का संदेश भेजा था. उस कार्यक्रम में शिरकत करने गया था. इससे आप जान सकते हैं कि उनका परिचय कितना पुराना है और कितना निजी है. 2014 में भी जब तुलसी गबार्ड भारत आई थी तब भी उनकी मुलाकात हुई थी. 2014 में जब प्रधानमंत्री का पहला सार्वजनिक कार्यक्रम न्यूयॉर्क में था तब भी वहां पर उनकी मुलाकात हुई थी.'
'गीता पर हाथ रखकर शपथ लेने वाली पहली महिला'
राम माधव ने कहा, 'तुलसी गबार्ड की भारत के प्रति और हिंदू धर्म के प्रति बहुत आस्था है और वो हिन्दू धर्म के साथ साथ भगवान श्रीकृष्ण में भी विश्वास रखती हैं. दिलचस्प ये है कि जब उन्होंने कांग्रेस में शामिल होने की शपथ ली, तो वो पहली महिला थी जिसने गीता पर हाथ रखकर शपथ ली. इस कारण भारत के प्रति उनका जुड़ाव और हिंदू धर्म के प्रति उनकी निष्ठा दोनों अतुलनीय है. आज भी हर दीपावली पर उनका संदेश पूरे विश्व में दिया जाता है और साथ ही साथ ही हर गोकुल अष्टमी पर या फिर कोई भी त्योहार पर उनका वीडियो संदेश जारी किया जाता है. ये अपने आप में महत्वपूर्ण है क्योंकि वो हिन्दू धर्म के प्रति अपना लगाव विश्व के हर पटल पर निस्संकोच रखती हैं.'
PM मोदी ने गिफ्ट की थी खूबसूरत मूर्ति
उन्होंने बताया, 'तुलसी गबार्ड की शादी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बहुत ही बढ़िया और बड़ी ख़ूबसूरत श्रीकृष्ण की मूर्ति तोहफ़े में दी थी. प्रधानमंत्री जी ने उन्हें एक निजी पत्र भी लिखा था. उस पत्र में विशेष तौर पर उनको बधाइयां दी गई थीं. दिलचस्प ये था कि वहां पर मौजूद पंडित ने उस पत्र को पढ़कर सबके सामने सुनाया था और सबने उसकी बहुत प्रशंसा की थी.' उन्होंने आगे कहा, 'जहां भी धार्मिक आतंक होता है तुलसी गबार्ड ने हमेशा प्रखरता से उसका विरोध किया है. वो चाहे बांग्लादेश हो, मिडिल ईस्ट हो या फिर हिंदुओं पर हो रहे हमले हों. उन्होंने हमेशा इस पर विरोध दर्ज कराया है. विचित्र ये है कि वो एक कांग्रेस वुमन है और एक डेमोक्रेट होते हुए भी उन्होंने जिस प्रखरता के साथ शांति प्रस्ताव रखे हैं और हिंदू धर्म के आधार पर अलग-अलग धार्मिक हमलों का विरोध किया है यह बहुत बड़ी बात है.
राम माधव ने बताया,'तुलसी गबार्ड अपने देश के लिए एक सैनिक बनकर अफगानिस्तान में 4 साल लड़कर आई हैं इसलिए उन्हें ये पता है कि सेना के एक जवान को कितनी मेहनत करनी पड़ती है और एक सेना में सैनिक की क्या भूमिका होती है. अपने देश के प्रति और राष्ट्रवाद के प्रति उन्होंने बड़ी भूमिका निभाई है.'
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