नई दिल्ली: मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर राकेश मारिया की किताब पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी महासचिव राम माधव ने कहा कि किताब के माध्यम से एक बड़ा खुलासा हुआ है. पाकिस्तान के आईएसआई की साजिश सफल नहीं हो सकी, जैसा कि इसमें बताया गया है. लेकिन कुछ कांग्रेस नेताओं और अन्य लोगों की तरफ से इसे सफल बनाने के प्रयास उस समय किए जा रहे थे.
इसके साथ ही राम माधव ने कहा कि कुछ बुद्धिजीवियों ने मुंबई आतंकवादी हमले को आरएसएस से जोड़ने का प्रयास किया था, उन्हें कांग्रेस नेताओं का समर्थन प्राप्त था. आज यह पता चला है कि यह आईएसआई की तरफ से एक साजिश थी और कुछ तथाकथित बुद्धिजीवी इसे आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे थे.
क्या लिखा है किताब में?
दरअसल, पूर्व कमिश्नर ने अपनी किताब 'राकेश मारिया: लेट मी से इट नाउ' में मुंबई में साल 2008 के 26/11 को हुए आतंकी हमले के बाद जिंदा गिरफ्तार किए गए एकमात्र आतंकी अजमल कसाब को लेकर बड़ा खुलासा किया. उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने 26/11 हमले को हिंदू आतंकवाद का चोला पहनाने कोशिश की थी. 10 हमलावरों को हिंदू साबित करने के लिए उनके साथ फर्जी आईकार्ड भेजे गए थे. कसाब के पास भी एक आईकार्ड मिला था, इस पहचान पत्र पर समीर चौधरी लिखा हुआ था. समीर चौधरी के घर का पता बैंगलोर लिखा था जबकि आईकार्ड के मुताबिक उसे हैदराबाद के दिलकुशनगर के एक कॉलेज का छात्र बताया था. आतंकी हमले की रात मुम्बई पुलिस की टीम जांच के लिए बैंगलोर भी रवाना हो चुकी थी. राकेश मारिया के मुताबिक कसाब से जुड़ी गोपनीयता रखना बड़ी चुनौती थी.
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केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कांग्रेस पर साधा निशाना
वहीं इस किताब पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कांग्रेस पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 'हिंदू टेरर' के नाम पर देश को गुमराह करने की कोशिश की थी. इसका उसे खामियाजा 2014 और 2019 में भुगतना पड़ा. देश की जनता ने कांग्रेस को हरा दिया.