Tinka Tinka Jail Radio Latest Bulletin: "जहां रहेगा वहीं रौशनी लुटाएगा किसी चराग का अपना मकां नहीं होता..." वसीम बरेलवी की यह शायरी जिला जेल जींद के बंदी जयभगवान पर फिट बैठती है. वह अपने बुरे और पुराने अतीत को भुलाकर जेल में भी रहकर लगातार अपनी चमक बिखेर रहे हैं. जयभगवान एक बार फिर चर्चा में हैं और इस बार वजह है 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर में होने वाले रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए गाया उनका राम भजन.


बंदी जयभगवान ने तिनका तिनका जेल रेडियो के माध्यम से एक मनमोहक राम भजन गया है. इस गाने के बोल हैं, “आए अवध में राम…”. इसे गाया और बनाया है 32 साल के जयभगवान ने, जबकि उनका साथ चार अन्य बंदियों ने दिया. इसमें रामरूप ने ढोलक वादक, शशि ने हारमोनियम वादक, सुनील ने मटका वादक और गोविंद ने मटका वादक की भूमिका निभाई.


जींद के जेल सुपरिटेंडेंट ने किया प्रोत्साहित


इस अवसर पर जिला जेल जींद के सुपरिटेंडेंट संजीव बुधवार ने बताया कि, “बंदी जयभगवान ने अन्य बंदियों के साथ मिलकर जेल में बने तिनका जेल रेडियो के माध्यम से एक मनमोहक भजन गया है. तिनका तिनका फाउंडेशन की संस्थापक डॉ. वर्तिका नन्दा ने 2021 में हरियाणा की जेलों में जेल रेडियो की शुरुआत की थी. जिन जेलों में रेडियो सुचारु रूप से चल रहा है, उनमें से एक जींद जेल का रेडियो भी है.”



जयभगवान को मिल चुका है अवॉर्ड


संजीव बुधवार ने आगे बताया कि "बंदी जयभगवान को 2023 में ही जेल रेडियो के माध्यम से गायन के क्षेत्र में अहम योगदान के लिए राष्ट्रीय तिनका तिनका इडिंया अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था. इससे पहले भी यूट्यूब के तिनका तिनका जेल रेडियो पर जयभगवान की प्रतिभा को सुनाया जा चुका है."


वर्तिका ने इसे राष्ट्रीयता और अध्यात्म से जोड़ा


वहीं, डॉ. वर्तिका नन्दा का कहना है कि, “सीमित संसाधनों के बावजूद जयभगवान ने इस खूबसूरत भजन को गया है. जब बाहर की दुनिया प्राण प्रतिष्ठा को आजादी के साथ मना रही है, जेल का बंदी जेल रेडियो के माध्यम से अपनी ख़ुशी का इजहार कर रहा है. यह सौभाग्य है कि ऐसे ऐतिहासिक अवसर पर जेल रेडियो ने बंदियों के भक्ति भाव को प्रस्तुत करने में एक बड़ी भूमिका अदा की है. हम जेल रेडियो पर एक विस्तृत शोध कर रहे हैं जिसमें जीदं जेल को खास तौर से शामिल किया गया है.”


‘जेल रेडियो सकारात्मक बदलाव ला रहा है’


संजीव बुधवार के अनुसार, “जेल रेडियो के माध्यम से बंदी अपने जीवन पर या किसी अच्छे कार्य के बारे में अपने विचार साझा और अपनी छिपी हुई प्रतिभा को उजागर कर सकते हैं. जेल रेडियो के संचालन का मुख्य कारण बंदियों के अंदर सकारात्मक बदलाव लाना है. जेल रेडियो की वजह से जेलों में सवांद की कमी पूरी होगी. वहीं तिनका तिनका बंदियों को जो अवॉर्ड देता है उससे उन्हें अच्छे काम करने की प्रेरणा मिलती है.”


जेल की इस टीम का रहा योगदान


गाने को रिलीज करने के मौके पर बीरेंद्र सिंह डिप्टी सुपरिटेंडेंट जेल, संदीप दागीं डिप्टी सुपरिटेंडेंट  जेल,  रमेश कुमार उप-सहायक अधीक्षक जेल और अन्य जेल स्टाफ के सदस्य उपस्थित रहे. इस गाने को तिनका जेल रेडियो के 81वें अंक के तौर पर विशेष तौर पर प्रसारित किया जा रहा है और इसे पूरी जेल में सुनाया भी जा रहा है.


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