नई दिल्ली: अयोध्या में कल यानी पांच अगस्त को राम मंदिर भूमि पूजन का कार्यक्रम है. इस कार्यक्रम में राममंदिर आंदोलन के पूर्व नेताओं और बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को न्योता न मिलने पर लगातार सवाल उठ रहे हैं. अब सूत्रों के हवाले से खबर आई है कि आडवाणी और जोशी को न्योते के लिए संपर्क ही नहीं किया गया.
सभी से व्यक्तिगत रूप से बात करके सहमति ली गई- ट्रस्ट
इससे पहले कल खबर आई थी कि कोरोना वायरस के मद्देनजर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने दोनों नेताओं को निमंत्रित तो किया है, लेकिन उम्र, स्वास्थ्य और कोरोना के संक्रमण को देखते हुए दोनों नेताओं ने कार्यक्रम में वर्चुअली शामिल होने का फैसला लिया है. सूत्रों के मुताबिक, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के चेयरमैन चंपत राय ने कहा था कि सभी से व्यक्तिगत रूप से बात करके सहमति ली गई है.
आडवाणी और जोशी की उपस्थिति वर्चुअली होगी
चंपत राय ने बताया "अनेक लोगों को कष्ट होगा कि हमें क्यों नहीं बुलाया. ऐसे लोगों से हमने व्यक्तिगत रूप से फोन करके माफी मांगी है. आयु का भी ध्यान रखा गया है. इतनी आयु में लोग आएंगे. बताया जा रहा है कि भूमि पूजन कार्यक्रम में अब आडवाणी और जोशी की उपस्थिति वर्चुअली होगी.
बता दें कि राम मंदिर भूमि पूजन कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. कल होने वाले भूमि पूजन कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत समेत तमाव विशिष्टगण शामिल होंगे.
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