Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले रामलला प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि वहां जो कार्यक्रम हो रहा है वो सुप्रीम कोर्ट की वजह से हो रहा है. उन्होंने कहा, "मैं भगवान के दर्शन के लिए एक साधारण व्यक्ति बनके जाऊंगा और जब वो बुलाएंगे तब जाऊंगा. 22 तारीख के बाद क्या भगवान चले जाएंगे, क्या वे सिर्फ 22 जनवरी को ही आएंगे."


इंडिया टीवी से बातचीत के दौरान राम मंदिर कार्यक्रम को लेकर उन्होंने कहा, "ये काम शंकराचार्यों का है उन्हें क्यों नहीं बुलाया? जिसका जो काम है उसे ही करना चाहिए अगर कोई और कर रहा है तो फिर वो वोट के लिए कर रहा है. मैं बस वही कह रहा हूं जो शंकराचार्यों ने कहा है. मैं बीजेपी से ज्यादा धार्मिक व्यक्ति हूं. बीजेपी के लोग दिखावा ज्यादा करते हैं."


'यूपी की जनता के साथ किया भेदभाव'


बीजेपी और पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, "पीएम नरेंद्र मोदी को उस किसान के घर भी जाना चाहिए जिनकी आय दोगुनी हो गई हो. 6000 रुपये से किसी किसान की आय दोगुनी नहीं होती. केंद्र सरकार ने सबसे ज्यादा भेदभाव उत्तर प्रदेश की जनता के साथ किया है."


केंद्र सरकार पर लगाए आरोप


लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर उन्होंने कहा, "मुझसे ज्यादा जिम्मेदारी जनता के ऊपर है. उत्तर प्रदेश ने बीजेपी की दोनों सरकारें बनवाई हैं. 2014 में अगर बीजेपी उत्तर प्रदेश में उतनी सीट नहीं जीतती तो शायद केंद्र में उनकी सरकार नहीं बनती. 2019 लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी यूपी में सबसे ज्यादा सीटें जीती उसका परिणाम ये हुआ कि दिल्ली में अकेले बीजेपी की सरकार बन गई. देश में हर प्रदेश की भूमिका है, लेकिन उत्तर प्रदेश की मुख्य भूमिका है."


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