अयोध्या के राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि यह नया साल 2024 बहुत महत्वपूर्ण होगा क्योंकि रामलला अयोध्या में राम मंदिर के गर्भगृह में विराजमान होंगे और आम चुनाव होंगे और दोनों शुभ होंगे. शहर के रामघाट इलाके में स्थित अपने आवास पर सोमवार (1 जनवरी) को पीटीआई-भाषा के साथ बातचीत में पुजारी ने अयोध्या में हो रहे विकास कार्यों की सराहना की.
मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा, 'न सिर्फ शांति बल्कि राम राज्य आ रहा है. राम लला गर्भ गृह में विराजमान होंगे.' उन्होंने एक चौपाई को उद्धृत करते हुए कहा, 'राम राज बैठे त्रैलोका, हर्षित भय, गए सब सोका.' सत्यंद्र दास ने कहा, 'दुख, पीड़ा, तनाव सब समाप्त हो जाएगा और हर कोई खुश होगा.'
विशेष दिनों पर रामलला को लगाया जाएगा छप्पन भोग
राम राज्य शब्द का इस्तेमाल आदर्श शासन के लिए किया जाता है जहां हर कोई खुशहाल हो. आरती के लिए राम जन्मभूमि मंदिर स्थल रवाना होने से पहले आचार्य दास ने कहा, 'नववर्ष पर सभी देशवासियों को मेरी बधाई एवं शुभकामनाएं. रामलला को छप्पन भोग लगाया जाएगा और प्रसाद चढ़ाया जाएगा.'
उन्होंने कहा कि परंपरा के अनुसार, दोपहर में भोग आरती की जाती है. पुजारी ने कहा कि होली, रामनवमी, बसंत पंचमी, नववर्ष और स्वतंत्रता व गणतंत्र दिवस जैसे विशेष अवसरों पर रामलला को छप्पन भोग लगाया जाता है. राम मंदिर के मुख्य पुजारी ने कहा कि इसलिए, नया साल बहुत अच्छा रहेगा.
पुजारी ने कहा, राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा और लोकसभा चुनाव दोनों शुभ होंगे
आचार्य दास ने कहा, 'यह नया साल बहुत ही महत्वपूर्ण है और यह इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इसी महीने 22 जनवरी को रामलला गर्भगृह (नए बन रहे मंदिर के) में विराजमान होंगे...और यह देश के लोगों के लिए बहुत लाभकारी होगा.' इस बीच, अयोध्या में आयोजकों ने नए साल के दिन पूजा किए गए हल्दी और घी के साथ मिश्रित चावल के दाने अक्षत का वितरण शुरू किया जो राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह से एक सप्ताह पहले 15 जनवरी तक जारी रहेगा.
उनके सहयोगी ने बताया कि सोमवार को रामलला को अर्पित किया गया छप्पन भोग लखनऊ की एक बहुत पुरानी दुकान से एक विशेष रूप से बनाए गए बॉक्स में आया था, जिस पर भगवान राम और आगामी मंदिर का चित्रण किया गया था. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सालों में उसी जगह से प्रसाद आ रहा है.
31 दिंसबर को अयोध्या में लोगों ने मनाया नए साल का जश्न
अयोध्या में 31 दिसंबर की रात को नए साल का जश्न मनाया गया 'जय श्री राम' के उद्घोष के बीच कई निवासी और अन्य लोग नए घाट के पास प्रतिष्ठित लता मंगेशकर चौक पर एकत्र हुए. नए साल पर बड़ी संख्या में लोगों ने सरयू नदी में डुबकी लगाई, जबकि अन्य लोग रामलला के दर्शन के लिए रामजन्मभूमि मंदिर गए. इसके साथ ही कई लोग भगवान हनुमान का आशीर्वाद लेने के लिए हनुमानगढ़ी मंदिर भी गए.
इस साल राम मंदिर के आगे के निर्माण के बारे में पूछे जाने पर आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा, '2024 में बहुत काम होना है. एक तो यह कि रामलला गर्भगृह में विराजमान होंगे और लोकसभा चुनाव भी इस वर्ष, 2024 में होंगे, और ये सभी शुभ और अच्छे होंगे.' प्राण प्रतिष्ठा समारोह लोकसभा चुनाव से कुछ महीने पहले होगा.