Priyank Kharge On Ram Mandir Inauguration: अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने से चार शंकराचार्यों ने कथित तौर पर इनकार कर दिया. इसे लेकर कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी (बीजपी) पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी निर्माणाधीन पूजा स्थल का उद्घाटन इसलिए कर रही है क्योंकि इस साल लोकसभा चुनाव होने वाले हैं. 


बीजेपी संतों की बात क्यों नहीं सुन रही- कांग्रेस


कांग्रेस पार्टी ने बुधवार (10 जनवरी) को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में नहीं जाने की बात कही थी, जिसके बाद बीजेपी ने कांग्रेस को हिंदू विरोधी बताया था. इसके बाद कर्नाटक कांग्रेस के नेता प्रियांक खरगे ने पूछा कि बीजेपी संतों की बात क्यों नहीं सुन रही है?


उन्होंने कहा, "चारों शंकराचार्य और संत कह रहे हैं कि राम मंदिर अधूरा है और जिस तरीके से रामलला का प्रतिष्ठापन हो रहा है वो ठीक नहीं है. बीजेपी को कोई काम नहीं है. जब शंकराचार्य नहीं जा रहे तो हमारे जाने से बीजेपी को क्या फायदा होगा. शंकराचार्य क्या कह रहे हैं, बीजेपी क्यों नहीं सुन रही है?"


राम मंदिर कार्यक्रम में नहीं जाएंगे शंकराचार्य 


बुधवार (10 जनवरी) को उत्तराखंड के ज्योतिर्मठ के प्रमुख शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने घोषणा की थी कि चार प्रमुख शंकराचार्य राम मंदिर कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे. उन्होंने कहा था, "यह समारोह पवित्र ग्रंथों के खिलाफ आयोजित किया जा रहा है. मंदिर का निर्माण पूरा हुए बिना प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम हो रहा है." इससे पहले पुरी के गोवर्धन मठ के प्रमुख निश्चलानंद सरस्वती ने कहा था कि वह समारोह में शामिल नहीं होंगे.


कई विपक्षी नेता नहीं होंगे शामिल


सीपीआई(एम) महासचिव सीताराम येचुरी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सहित कई विपक्षी नेता अयोध्या में होने वाले कार्यक्रम में शामिल होने से इनकार कर चुके हैं. 22 जनवरी को मंदिर के गर्भगृह में भगवान राम की मूर्ति स्थापित की जाएगी. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी के कई नेता, अभिनेता, खिलाड़ी, मशहूर हस्तियां और हजारों संतों के शामिल होने की उम्मीद है.


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