Ram Mandir Inauguration: रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा से पहले खास ताम्रपत्र की पूजा: संस्कृत में लिखा है संदेश- सभी सुखी हों
Ram Mandir Pran Pratishtha: राम मंदिर उद्घाटन से जुड़े विवरण के साथ एक ताम्रपत्र स्थापित किया गया है जो हजारों सालों तक खराब नहीं होगा. इस पर संस्कृत में कई बातें लिखी हैं.
Ram Mandir Inauguration Ceremony: यूपी के अयोध्या में सोमवार (22 जनवरी) को भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा है. सुबह 10:25 बजे पीएम नरेंद्र मोदी कार्यक्रम स्थल पर पहुंचेंगे. वह इसके पहले मंदिर परिसर में वैदिक रीति-रिवाज से पूजा-पाठ करेंगे.
इस बीच, राम मंदिर उद्घाटन से जुड़े विवरण के साथ एक ताम्रपत्र की पूजा हुई है जिस पर संस्कृत में लिखा था, "लोका: समस्ता सुखिनो भवन्तु...मतलब लोक में सभी सुखी हों." यह ताम्रपत्र विशेष तौर पर डिजाइन किया गया है जो हजारों सालों तक खराब नहीं होगा.
प्राचीन मूर्ति के साथ ताम्रपत्र की पूजा
ताम्रपत्र की पूजा रामलला की प्राचीन मूर्ति के साथ वैदिक रीति रिवाज से हुई है. "लोका: समस्ता सुखिनो भवन्तु" के साथ एक और वाक्य इस पर विशेष तौर पर दर्ज है. वह है, "जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी" अर्थात मां और मातृभूमि स्वर्ग से भी बढ़कर हैं. इस श्लोक का रामायण से भी खास संबंध है. यह श्लोक वाल्मीकि रामायण के दक्षिण भारतीय संस्करण से लिया गया है.
राम-लक्ष्मण के संवाद से जुड़ा है श्लोक
वाल्मीकि रचित रामायण में लिखा यह श्लोक राम और लक्ष्मण के बीच जन्मभूमि को लेकर संवाद से जुड़ा है. लंका में रावण वध के बाद जब भगवान राम अयोध्या वापसी की तैयारी में थे तब दोनों भाइयों के बीच जन्मभूमि को लेकर संवाद हुआ था. राम ने तब कहा था कि मां और जन्मभूमि स्वर्ग से भी बढ़कर हैं.
8000 VIP गेस्ट रहेंगे उपस्थित, पहुंचे लाखों लोग
प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी के अलावा करीब 8000 VIP गेस्ट उपस्थित रहेंगे जिनमें खासतौर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) चीफ मोहन भागवत और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा देश के बड़े उद्योगपति, सिनेमा जगत की हस्तियां और दुनिया के कई हिस्सों से दिग्गजों को आमंत्रित किया गया है. गणमान्य लोगों और मेहमानों की सुरक्षा के लिए पूरी अयोध्या नगरी को अभेद किले में तब्दील किया गया. सबसे खास बात है कि पहली बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) टेक्नोलॉजी की मदद से चप्पे-चप्पे पर निगरानी की जा रही है.
11000 सुरक्षाबलों की तैनाती के साथ एआई हर एक गतिविधि को डिटेक्ट करेगा और किसी भी संदिग्ध स्थिति में सुरक्षा बलों को अलर्ट करेगा. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के साक्षी बनने के लिए देशभर से लाखों लोग भी श्रीराम की नगरी में पहुंच चुके हैं जो इस पावन कार्यक्रम को साक्षात निहारना चाहते हैं. हालांकि, वे कार्यक्रम का हिस्सा नहीं बन सकेंगे पर अयोध्या में मौजूद हैं. ऐसे लोगों के लिए रामनगरी में कई जगह लाइव टेलीकास्ट किया जाएगा और वे वहीं से प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को देखेंगे.