Ram Mandir Inauguration: राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह में कांग्रेस नेताओं के निमंत्रण अस्वीकार करने पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को न्यौता देना हमारा कर्तव्य था और आना न आना उनका निर्णय है.


एबीपी न्यूज़ से खास बात करते हुए उन्होंने बताया कि मंदिर के निर्माण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कभी भी कोई आदेश नहीं दिया. हालांकि, उन्होंने मंदिर में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने के कई सुझाव दिए थे. नृपेंद्र मिश्रा ने बताया कि राम मंदिर में सभी की एंट्री हो सकेगी. किसी को भी मंदिर आने के लिए धर्म, जाति या पहचान पत्र की जरूरत नहीं होगी. यह सनातन का मंदिर है. यहां सभी लोग आ सकते हैं. 

उन्होंने कहा, "जब कोई शख्स मंदिर में दर्शन करने आएगा तो उससे उसका धर्म या पहचान के बारे में नहीं पूछा जाएगा. किसी के आने की कोई रुकावट नहीं. मंदिर में बस आचरण की रुकावट आएगी. हालांकि, आचरण का रुकावट धर्म के आधार पर नहीं होगा. "




ग्राउंड फ्लोर बनाने को दी प्राथमिकता
राम मंदिर निर्माण को लेकर उन्होंने कहा, "हमने पहले चरण में यह निश्चय किया था कि मंदिर के ग्राउंड फ्लोर को प्राथमिकतापर पूरा कर लिया जाए, जिससे रामलला वर्तमान अस्थाई व्यवस्था से अपने गर्भगृह में प्रतिष्ठिक हो सकें. इसी के अनुसार हमने तिथियां निश्चित की थीं कि 31 दिसंबर 2023 तक इस काम को पूरा कर सकें."




फोन ले जाने की नहीं होगी इजाजत
उन्होंने कहा कि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में किसी को भी मोबाइल फोन को ले जाने की इजाजत नहीं होगी. यहां तक कि वीवीआईपी मेहमान भी मंदिर में फोन नहीं ले जा सकेंगे. मिश्रा ने कहा 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले कार्यक्रम के दौरान सभी मेहमानों को प्रधानमंत्री के आने से तीन घंटे पहले पहुंचना होगा .


रात 10 बजे तक कर सकेंगे दर्शन 
राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष ने बताया कि समारोह के दिन मंदिर की पूजा में कोई ज़्यादा बदलाव नहीं होगा और वह जैसे चलती है, वैसे ही चलेगी. हालांकि, यहां पूजा-अर्चना करने वाले पुजारियों की संख्या में इजाफा किया जाए. उन्होंने बताया कि मंदिर में लोग रात दस बजे तक रामलला दर्शन कर सकेंगे.


'महंगे सामान न लेकर आएं भक्त'
उन्होंने कहा कि 23 जनवरी के बाद जब भक्त दर्शन के लिए मंदिर आंए तो अपने साथ महंगी चीजें न लाएं. इसके अलावा लोगों को मंदिर में मोबाइल फोन ले जाने की इजाजत नहीं हैं. लॉकर तक भक्त चप्पल पहन कर आ सकते हैं. इसके आगे उन्हें नंगे पांव ही जाना होगा.


प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां जारी
गौरतलब है कि अयोध्या में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां जोर-शेर से जारी हैं. 22 जनवरी को होने वाले कार्यक्रम के लिए मेहमानों को निमंत्रण भी भेजा जा चुका है. इस समारोह में साधू-संतों के अलावा राजनीति, खेल और बॉलीवुड की कई हस्तियां शामिल होंगी. इसके अलावा समारोह में देश के कई बड़े उद्योगपतियों को भी बुलाया गया है. 


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