रामलला प्राण प्रतिष्ठा: पीएम मोदी बोले- 'हर घर जलेंगे दीये', सीएम केजरीवाल, शरद पवार और लालू यादव ने साफ किया रुख
Ram Mandir Inauguration: रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह की जोर-शोर से चल रही तैयारियों के बीच अयोध्या जाने को लेकर सीएम अरविंद केजरीवाल, शरद पवार और लालू यादव सहित अन्य नेताओं ने रुख साफ कर दिया.
Ram Mandir Inauguration: राम मंदिर के उद्घाटन को लेकर अयोध्या में तैयारी जोर-शोर से चल रही है. दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार मंदिरों में जा रहे हैं. पीएम मोदी ने बुधवार (17 जनवरी) को ही केरल के गुरुवायूर में विख्यात भगवान कृष्ण मंदिर में पूजा-अर्चना की. इसके बाद वे त्रिशूर जिले के त्रिप्रयार श्री राम स्वामी मंदिर गए. वहीं विपक्षी पार्टियां रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए मिले आमंत्रणों पर रुख साफ कर रहे हैं.
पीएम मोदी ने कोच्चि में शक्ति केंद्र प्रभारी सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी जानते हैं कि 22 जनवरी को अयोध्या में भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह है. ये लोगों के लिए भक्ति और आस्था से भरे पल हैं.
उन्होंने आगे कहा कि बीते दिनों मुझे अनेक मंदिरों में दर्शन और वहां सफाई करने का अवसर मिला है. 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा तो अयोध्या में होगी, लेकिन श्रीराम ज्योति देश के घर-घर और हर मंदिर में जलेगी.
कलश पूजन हुआ
राम मंदिर में 22 जनवरी के प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले किए जा रहे अनुष्ठानों के तहत दूसरे दिन बुधवार को सरयू नदी के तट पर कलश पूजन किया गया. इसके पहले मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा था कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिन होने वाले अनुष्ठानों से पहले के इन अनुष्ठानों का सिलसिला 21 जनवरी तक जारी रहेगा.
लेटर तो मिला, लेकिन निमंत्रण नहीं-अरविंद केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को कहा कि अभी तक रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर निमंत्रण पत्र नहीं मिला है. उन्होंने कहा, ''उनको एक लेटर आया था. मैंने इसके बाद फोन किया तो मुझसे कहा गया कि निमंत्रण पत्र देने एक टीम आएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.''
उन्होंने आगे कहा, '' बताया गया कि समारोह में वीआईपी और वीवीआईपी आएंगे. ऐसे में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एक ही व्यक्ति के जाने की अनुमति है. मैं पत्नी, बच्चों और माता-पिता के साथ बाद में राम मंदिर जाऊंगा.''
#WATCH | Delhi Chief Minister Arvind Kejriwal says, "...We will make efforts to run more trains for Ayodhya (from Delhi) after 'pranpratishtha' ceremony on January 22...They had said that a final invitation would be given by their team but we did not receive it...I want to visit… pic.twitter.com/i2isJjyVyd
— ANI (@ANI) January 17, 2024
इससे पहले मंगलवार (16 जनवरी) को अरविंद केजरीवाल ने पत्नी और पार्टी नेताओं के साथ रोहिणी के मंदिर में मंगलवार को सुंदरकांड पाठ में भाग लिया. दिल्ली की 70 विधानसभाओं में आयोजित सुंदरकांड पाठ में आप के विधायकों, पार्षदों और अन्य पार्टी कार्यकर्ताओं ने स्थानीय लोगों के साथ हिस्सा लिया.
शरद पवार राम मंदिर कब जाएंगे?
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के चीफ शरद पवार ने कहा कि वह मंदिर का निर्माण पूरा होने के बाद भगवान राम की पूजा करने के लिए अयोध्या जाएंगे. उन्होंने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महासचिव चंपत राय को लिखे एक पत्र में कहा कि वह 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए मिले निमंत्रण को लेकर आभारी हैं, लेकिन वह उस दिन इसमें शामिल नहीं हो सकेंगे.
उन्होंने कहा, ‘‘मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम, आस्था और भक्ति के प्रतीक हैं. बड़ी संख्या में रामभक्त समारोह में शामिल होंगे और उनके जरिए आनंद मुझ तक भी पहुंचेगा. 22 जनवरी के बाद रामलला के दर्शन सुगम हो जाएंगे. मैं अयोध्या जाने की योजना बना रहा हूं और रामलला की पूजा भी करूंगा. उस समय तक मंदिर निर्माण भी पूरा हो जाएगा.’’
लालू यादव क्या बोले?
बिहार के पूर्व सीएम और आरजेडी चीफ लालू यादव ने कहा कि मैं रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर अयोध्या नहीं जा रहा हूं.
Patna, Bihar | RJD chief Lalu Yadav says "Seat sharing does not happen so quickly in an alliance.... I will not go to Ayodhya to attend the pran pratishtha ceremony of the Ram Temple" pic.twitter.com/lvzN7hogQM
— ANI (@ANI) January 17, 2024
प्रकाश आंबेडकर क्या बोले?
वंचित बहुजन आघाडी के अध्यक्ष प्रकाश आंबेडकर ने समारोह को लेकर कहा कि वो इसमें शामिल नहीं होंगे. उन्होंने कहा, ''मेरे शामिल न होने का कारण यह है कि बीजेपी और आरएसएस ने इस समारोह को हथिया लिया है. एक धार्मिक समारोह चुनावी फायदे के लिए एक राजनीतिक अभियान बन चुका है.''
प्रकाश आंबेडकर ने कहा कि मेरे दादा डॉ बाबासाहेब आंबेडकर ने चेताया था कि अगर राजनीतिक पार्टियां धर्म को देश से ऊपर रखेगी तो हमारी आजादी दूसरी बार खतरे में आ जाएगी. आज ये डर सही साबित हो गया है. धर्म, पंथ को देश से ऊपर रखने वाली बीजेपी और आरएसएस अपने राजनीतिक फायदे के लिए इस समारोह को हड़प चुकी है.
ममता बनर्जी जाएंगी कालीघाट मंदिर
पश्चिम बंगाल की मुख्यंमत्री और तृणमूल कांग्रेस (TMC) की चीफ ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि 22 जनवरी के दिन कालीघाट मंदिर में देवी काली की पूजा करेंगी. इसके बाद वो दक्षिण कोलकाता के हाजरा चौराहे से जुलूस निकालेगी. इसके अलावा सभी धर्मों के लोगों लिए 'सद्भाव रैली' करेंगी.
राहुल गांधी का क्या प्लान है?
एबीपी न्यूज को सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी 22 जनवरी को असम में स्थित शिव मंदिर और कामाख्या मंदिर जा सकते हैं. उन्होंने मंगलवार (16 जनवरी) को कहा था कि समारोह को पीएम मोदी, बीजेपी और आरएसएस का आयोजन बना दिया गया है.
मल्लिकार्जुन खरगे और सोनिया गांधी ने किया मना
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण अस्वीकार कर चुके हैं. पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा था कि तीनों नेता कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे क्योंकि बीजेपी चुनावी लाभ के लिए इसका इस्तेमाल कर रही है.
नवीन पटनायक ने किया हेरिटेज कॉरिडोर का उद्घाटन
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने पुरी में ऐतिहासिक श्री जगन्नाथ मंदिर के आसपास 800 करोड़ रुपये की गलियारा परियोजना का उद्घाटन किया. पुरी के गजपति महाराजा दिव्यसिंह देव और लगभग 90 मंदिरों के प्रतिनिधियों और हजारों भक्तों की उपस्थिति में उन्होंने श्री मंदिर परिक्रमा प्रकल्प का आधिकारिक तौर पर उद्घाटन किया.
इस हेरिटेज कॉरिडोर का उद्घाटन ऐसे समय में किया है जब लोकसभा और ओडिशा विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारी तेजी से चल रही है. ऐसे में इसे काफी अहम माना जा रहा है.
बता दें कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह में पीएम मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ सहित कई लोग शामिल होंगे.
इनपुट भाषा से भी.
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