Ram Mandir Inauguration: गर्भ गृह में स्थापित हो गई रामलला की मूर्ति, जानें पहली तस्वीर के बारे में 5 बातें
रामलला की 51 इंच ऊंची मूर्ति 18 जनवरी को राम मंदिर के गर्भ गृह में स्थापित कर दी गई. मूर्ति को क्रेन की मदद से गर्भ गृह में स्थापित किया गया है.
राम भक्तों का इंतजार खत्म हुआ और गुरुवार (18 जनवरी, 2024) को रामलला की मूर्ति अयोध्या में बने नए राम मंदिर में स्थापित हो गई. फिलहाल रामलला के नेत्रों को पीले वस्त्र की पट्टी से ढका हुआ है और 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा पर पट्टी हटा दी जाएगी. अब सभी राम भक्तों को उस पल का इंतजार है जब राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी और वह रामलला के दर्शन कर सकेंगे.
रामलला की प्रतिमा को कल मंदिर के गर्भ गृह में स्थापित किया गया था. उस समय जो भी लोग वहां मौजूद थे वह हाथ जोड़े खड़े थे. वह इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बने हैं, जिसकी प्रतिक्षा सदियों से थी. मूर्ति को गर्भ गृह में स्थापित करने के लिए 6 फीट चौड़ा रैंप बनाया गया और फिर छोटी से क्रेन से मूर्ति को स्थापित किया गया. अभी तक मूर्ति की दो ही तस्वीरें सामने आई हैं. इस आर्टिकल में हम पहली तस्वीर में रामलला की मूर्ति का वर्णन करने जा रहे हैं.
- रामलला के मुकट को हीरों और रत्नों से इतने भव्य तरीके से सजाया जाएगा कि देखने वाले की आंखें चौंधिया जाएंगी. साथ ही उनकी देह आभूषणों से मंडित होगी. अभी रामलला के नेत्रों पर पीले रंग के वस्त्र की पट्टी है, जो 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा पर हटाई जाएगी.
- भगवान राम के तिलक की श्वेत पंक्ति हीरों और लाल पंक्ति माणिक्य से बनी है. मस्तक पर वैष्णवी ऊध्र्व पुंड्र की यू आकार की श्वेत पंक्ति चमचमाते हीरे की होगी और उसके मध्य की लाल पंक्ति माणिक्य की होगी.
- सीएनएन-न्यूज18 ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के अधिकारियों के हवाले से बताया कि रामलला की प्रतिमा में उनका चौड़ा माथा और उनकी बड़ी-बड़ी आंखें बनाई गई हैं. अधिकारियों ने कहा कि रामलला की यह मूर्ति शायद सबसे भव्य चित्रण है.
- नेत्रों के साथ रामलला की प्रतिमा में हाथों को भी पीले रंग के वस्त्र से ढका गया है और मुख से नीचे के हिस्से को सफेद रंग के वस्त्र से कवर किया गया है.
- भगवान राम की यह मूर्ति बालरूप में है, जिसकी ऊंचाई 51 इंच है और चौकी के साथ इसकी लंबाई 8 फीट है. मूर्ति को मैसूर के कलाकार अरुण योगीराज शिल्प ने तैयार किया है. श्यामल (काले पत्थर) पर रामलला की मूर्ति तैयार की गई है.
तीन मूर्तिकारों ने अलग-अलग पत्थर पर तीन मूर्तियां बनाई थीं, जिनमें से एक को गर्भगृह में स्थापित करने के लिए चुना गया. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि बाकी की दोनों मूर्तियां ट्रस्ट के पास रहेंगी.
यह भी पढ़ें:-
रामलला की नई मूर्ति, 1 मिनट 24 सेकेंड का मुहूर्त, 12 योगों का संयोग... प्राण प्रतिष्ठा से जुड़ी हर जरूरी बात