Violence at Mira Road News: यूपी के अयोध्या में सोमवार (22 जनवरी) को राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले महाराष्ट्र के मीरा रोड समेत तीन इलाकों में हुई हिंसक घटनाओं को लेकर पुलिस ने ऐक्शन लिया है. सूबे के उप-मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की ओर से बताया गया कि अब तक इन मामलों में 13 लोग गिरफ्तार किए गए हैं. 


सीनियर आईपीएस अधिकारी के अनुसार, मीरा रोड, पनवेल और नागपुर से सांप्रदायिक घटनाओं की सूचना मिली थी, जबकि राज्य के कुछ अन्य हिस्सों से नारेबाजी और पोस्टर फाड़ने जैसी घटनाओं की सूचना मिली थी. नया नगर इलाके में हुए हमले में एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हुआ, जबकि कुछ अन्य को मामूली चोटें आईं.


सोमवार शाम को भी हुई झड़प


पुलिस के मुताबिक, मीरा रोड से झड़प की दो घटनाएं सामने आईं. इसमें से एक घटना रविवार रात की है, जबकि दूसरी सोमवार शाम की थी. नया नगर और भयंदर से भी हिंसा की खबरें आईं. इस बीच, एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि उन्होंने किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए हिंदुओं की रैलियों को उन गलियों और इलाकों में जाने से रोक दिया जहां अधिक मुस्लिम आबादी है.


कैसे हुआ था दोनों पक्षों में विवाद?


पुलिस ने बताया कि मीरा रोड पर रविवार रात करीब 11 बजे कुछ लोग ग्रुप बनाकर भगवा झंडे के साथ वाहनों से जय श्रीराम के नारे लगाते हुए निकले थे और तभी इनकी दूसरे समुदाय के लोगों से बहस हो गई थी. जल्द ही दोनों तरफ से भीड़ जमा हो गई और दोनों पक्षों में हिंसक झड़प होने लगी. फिर मीरा रोड पर सोमवार शाम को भी हिंसा की सूचना पुलिस को मिली. मीरा रोड पर हुई घटना से जुड़ा वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ जिसमें कुछ अज्ञात लाठी-डंडों से वाहनों में तोड़फोड़ करते दिखे. मीरा भयंदर-वसई विरार पुलिस के आयुक्त मधुकर पांडे ने बताया कि पुलिस ने तुरंत पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि अन्य को सोमवार को गिरफ्तार किया गया.


पनवेल में भी 2 जगह तनाव


ऐसा बताया गया कि पनवेल में एक समूह जय श्री राम के नारे लगाते हुए रैली निकाल रहा था. रैली के तहत लोग जब मुस्लिम बहुल क्षेत्र कच्छी मोहल्ले में मस्जिद के सामने नारे लगा रहे थे तो स्थानीय निवासियों ने उसका विरोध किया था. इसी पर दोनों पक्षों में बहस हुई और फिर झड़प हो गई थी. इस दौरान तीन लोगों को मामूली चोटें आई थी. हालांकि, पुलिस ने इस मामले में अभी तक मामला दर्ज नहीं किया है. सोमवार को पनवेल रेलवे स्टेशन पर एक अन्य घटना में दो समुदायों के सदस्य आपस में बहस और नारेबाजी करने लगे थे. रेलवे पुलिस ने इन्हें शांत कराया मगर दोनों तरफ से क्रॉस एफआईआर कराई गई.


शिंदे गुट के MLAs ने उठाई यह मांग  


उधर, शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) के विधायक प्रताप सरनाईक ने मीरा रोड घटना की एसआईटी जांच की मांग की है और 48 घंटे में सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की. ऐसा न करने पर उन्होंने 25 जनवरी को इलाके में एक रैली करने की बात कही थी. इन सब मामलों में प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस बोले कि पुलिस को दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं. अब तक 13 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है और इसमें शामिल अन्य लोगों की पहचान करने और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए सीसीटीवी फुटेज चेक की जा रही है. जो कोई भी कानून हाथ में लेने की कोशिश करेगा और महाराष्ट्र में कानून-व्यवस्था की स्थिति को बिगाड़ने का प्रयास करेगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.


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